अजब हाल! ग्राम पंचायत सचिव ने प्रधान के मानदेय में की कटौती
अजब हाल! ग्राम पंचायत सचिव ने प्रधान के मानदेय में की कटौती
कटौती बनी चर्चा का बिषय, बीडीओ से शिकायत के बाद भी नहीं हुई सुनवाई
विवेक राय
दानगंज, वाराणसी। स्थानीय विकास खण्ड के एक गांव के ग्राम प्रधान के मानदेय में ग्राम पंचायत सचिव द्वारा कटौती किये जाने का मामला इन दिनों चर्चा में है। मामला क्षेत्र के परानपट्टी गांव से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि परानापट्टी के ग्राम प्रधान पवन यादव का मानदेय का भुगतान करने में ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव हमेशा हीला—हवाली करते हैं। आलम यह है कि पिछले तीन माह से ग्राम प्रधान के मानदेय का भुगतान ही नहीं कर रहे हैं जबकि धनराशि की कोई कमी नहीं है।
प्रकरण का खुलासा उस समय हुआ जब परानापट्टी गांव के ग्राम प्रधान पवन कुमार यादव ने सचिव द्वारा मानदेय में कटौती किये जाने व पिछले तीन माह (अगस्त से अक्टूबर तक) से मानदेय का भुगतान न करने की लिखित शिकायत बीडीओ चोलापुर से की। परानापट्टी के ग्राम प्रधान का कहना है कि पंचायत सचिव मनोज कुमार त्रिपाठी के पास बबियांव, बेला, हाजीपुर, ताला, परानापट्टी का कार्यभार है। बताया कि मुझे छोड़कर बाकी सभी चार ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को पंचायत सचिव पांच हजार रूपये प्रति माह की दर से भुगतान करते हैं लेकिन मुझे मानदेय के रूप में साढ़े तीन हजार रूपये ही देते हैं।
आलम यह है कि पिछले तीन माह से मुझे मानदेय का अधूरा भुगतान भी नहीं किया ।ग्राम प्रधान ने बताया कि पंचायत सचिव की कार्य प्रणाली मेरे समझ के परे है और मेरे किसी भी सवाल का सही जवाब नहीं देते। बताया कि फिलहाल मेरे गांव के पंचायत सहायक व केयर टेकर के मानदेय का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। ग्राम प्रधान ने बताया कि मानदेय की कटौती किते जाने की लिखित शिकायत मैंने लगभग दस दिन पूर्व चोलापुर के खण्ड विकास अधिकारी से की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
इस सम्बंध में जब ग्राम पंचायत सचिव से बात की गयी तो उनका कहना था कि परानापट्टी के ग्राम प्रधान मेरे पास मानदेय लेने ही नहीं आए। 4 गांव के ग्राम प्रधानों को पूरा मानदेय देने व परानापट्टी के ग्राम प्रधान के मानदेय में 15 सौ रूपये की कटौती आखिर क्यों व किन परिस्थितियों में की गयी? इस पर उन्होंने कहा कि कटौती किये गये मानदेय का एरियर के रूप में ग्राम प्रधान को करने के लिए मैं तैयार हूं। कटौती क्यों की गयी, इस पर हीला हवाली करने लगे। इस सम्बंध में जनपद के एडीपीआरओ उपेंद्र पाण्डेय का कहना था कि यह प्रकरण मेरी जानकारी में नहीं है। वैसे ग्राम प्रधान के मानदेय में कटौती किया जाना गंभीर प्रकरण है। यदि ऐसा हुआ है तो जांच कराकर कड़ी कार्रवाई करूंगा।
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