सड़क दुर्घटना पर लगेगा अंकुश
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। यातायात नियमों की जानकारी न होने से ऐसे व्यक्ति नियमों का पालन पूर्णत: नहीं कर पाते हैं। सड़क दुर्घटना पर अंकुश लगाने के लिए अब सरकार की ओर से नई पहल की जा रही है। डीएल के लिए टेस्ट की ऑटोमेटिक व्यवस्था कराई जाएगी। ड्राइविंग इंस्टीट्यूट का कार्य 5 अगस्त 2019 से शुरू हुआ था जो इस माह पूर्ण हो गया है। ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट प्रोजेक्ट की लागत 8 करोड़ 56 लाख है। आईटीआई परिसर में ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां चहारदीवारी, एकेडमिक ब्लॉक, ट्रेनिंग रूट, प्रशासनिक ब्लॉक का निर्माण पूरा हो चुका है। सेंसर ड्राइविंग टेस्ट के लिए बनाया गया ट्रैक पूर्णतया ऑटोमेडेट है।
इसमें ऐसे ऑटोमेटिक सेंसर लगेंगे, जो कि ड्राइविंग टेस्ट के दौरान आवेदक का रिजल्ट बनाएंगे। इस ट्रैक पर विभिन्न प्रकार के ट्रैफिक सिग्नलों के अलावा अंडरपास, फ्लाईओवर, एलिवेटेड, पहाड़ी एरिया व अन्य प्रकार की चैलेजिंग ड्राइविंग का टेस्ट लिया जाएगा। डिजिटल सिस्टम, अत्याधुनिक कैमरा व मशीन को माध्यम बनाया गया है। सिस्टम कुछ मिनट में जांच रिपोर्ट स्वत: मुख्य सर्वर को भेज देगा। इसमें परिवहन विभाग के कर्मचारी या अधिकारी किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं कर पाएंगे।
मानक को पूरा करने वालों का स्वत: डीएल तैयार हो जाएगा और एसएमएस से सूचना दी जाएगी। इस व्यवस्था के लागू होने से पात्र व्यक्ति को ही लाइसेंस जारी किया जाएगा, इससे सड़क दुर्घटना में कमी आएगी। उत्तर प्रदेश राजकीय निगम लिमिटेड ने इस कार्य को पूर्ण कराया है। प्रोजेक्ट मैनेजर अनूप शुक्ला ने बताया कि मुख्य भवन, किचन/ डायनिंग, मीटर कक्ष चहारदीवारी, प्लास्टर गेट मिट्टी भराई, रेनवाटर हावेस्टिंग सीसी रोड ट्रैक रोड व समस्त कार्य पूर्ण हो गया है।
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