वाराणसी। जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राम नारायण यादव और एनएसएसओ के क्षेत्रीय कार्यकारी अधिकारी रूप नारायण सिंह की संयुक्त अध्यक्षता में जनपद में संचालित कामन सर्विस केन्द्र संचालकों द्वारा की जा रही 7वीं आर्थिक गणना के कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। काशी विद्यापीठ के ब्लाक सभागार में हुई बैठक में बताया गया कि सातवीं आर्थिक गणना सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 2019 से करायी जा रही है।
ज्ञात है कि वर्तमान आर्थिक गणना में मंत्रालय ने 7वीं आर्थिक गणना के लिये कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सीएससी ई-गवर्नेन्स सर्विसेज इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की है जिसके लिये 7वीं आर्थिक गणना में आंकड़े जुटाने, उनके प्रमाणीकरण, रिपोर्ट तैयार करने और इनके प्रसार के लिये आईटी आधारित डिजिटल प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर मोबाइल एप के माध्यम से किया जा रहा है।
बता दें कि जनपद में 7वीं आर्थिक गणना का कार्य आरम्भ हो चुका है। इस बार यह कार्य कामन सर्विस केन्द्रों के माध्यम से एक विशेष मोबाईल एप के माध्यम से किया जा रहा है। आर्थिक गणना में परिवारों के उद्यमों, गैर-जोत कृषि और गैर-कृषि क्षेत्र में वस्तुओं व सेवाओं (स्वयं के उपभोग के अलावा) के उत्पादन एवं वितरण की गणना की जायेगी। इस कार्य को संपन्न करने के लिये कुल 800 सुपरवाइजरों व 3100 गणनाकारों की मदद ली जा रही है जिनको पूर्व में जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित कर सफल गणना का कार्य करने हेतु प्रशिक्षित किया जा चुका है और आगे भी अन्य लोगो का भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
वहीं गणना के सफल क्रियान्वयन के लिये जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है तथा जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी को इस परियोजना का नोडल बनाया गया है जिनकी देख रेख में यह कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर जोनल हेड अविनाश मिश्र, उमेश राय, दिव्य दर्शन उपाध्याय, जिला प्रबंधक प्रेम नारायण, ब्रजेश सिंह, जिला समन्वयक शौरभ सिंह सहित तमाम सुपरवाइजर, प्रगणक आदि उपस्थित थे।