आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिये कार्य का सम्मान जरूरी
आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिये कार्य का सम्मान जरूरी
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूशन इन्नोवेशन काउंसिल और महिला अध्ययन केंद्र द्वारा उद्यमिता एवं नवाचार विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन गांधी सभागार में हुआ। इस मौके पर विशेष सचिव गृह विभाग उत्तर प्रदेश शासन, विवेक ने कहा कि जिज्ञासा शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही वैचारिक स्तर पर चेतना एवं स्वभाव में विनम्रता ऐसे गुण हैं जिससे छात्र समाज में अपनी उपयोगिता सिद्ध कर सकता है।
वर्तमान में पूर्व कालिक वर्ण व्यवस्था की जगह वर्ग व्यवस्था ने ले ली है। वर्गीय मानसिकता को बदलने के लिए प्रत्येक कार्य को सम्मानपूर्वक रूप से देखना होगा। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। स्वागत उद्बोधन महिला अध्ययन केंद्र की संयोजक डा. अचला पांडेय एवं विषय की प्रस्तावना प्रोफेसर डीके भट्ट ने रखी। साथ ही कुलसचिव विनय कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, आईआईसी संयोजक प्रो. एमएम सिंह ने भी छात्रों को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रो. पूनम पुरी, प्रो. पुनीत बिसारिया, डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डा. शिल्पा मिश्रा, डा. नेहा मिश्रा, डा. संतोष पाण्डेय, डा. श्रीहरि त्रिपाठी, डा. संगीता डा. अजय गुप्ता आदि उपस्थित रहे।