बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ सोशल मीडिया पर बिजली कर्मचारी मुखर | #TEJASTODAY
मुख्यमंत्री से कर रहे हैं हस्तक्षेप की मांग
जौनपुर। जनपद समेत उत्तर प्रदेश के समस्त बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं ने पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के विरोध में चल रहे संघर्ष में सोशल मीडिया पर भी मुखर हुए। बिजली कर्मचारियों और अभियंताओं ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार के लिए ट्विटर का भी सहारा लेते हुए #stopprivatisation को ट्रेंड कराया।
पूर्वांचल के सभी जनपदों में विगत 1 सितंबर से प्रत्येक कार्य दिवस पर शाम 4 बजे से 5 बजे तक विरोध सभा हो रही है परन्तु शनिवार को अवकाश होने के कारण बिजली कर्मचारियों ने विरोध सभा ना कर फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सएप इत्यादि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से निजीकरण से होने वाले नुकसानों को आमजन तक भी पहुंचाने एवं माननीय मुख्यमंत्री जी से निजीकरण के मसले पर हस्तक्षेप करने की भी मांग की।
बिजली कर्मचारियों ने अपने वॉट्सएप, फेसबुक पर “मैं निजीकरण का विरोधी हूं” के संबंध में प्रोफ़ाइल पिक्चर भी लगा दी। आज प्रदेश भर के बिजली कर्मचारियों एवं अभियंताओं ने ट्वीट कर सरकार से पूर्वांचल निगम के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की मांग की। प्राइवेटाइजेशन के मुद्दे पर तमाम छात्रों एवं नेताओं ने भी अपना सोशल मीडिया पर विरोध दर्ज किया है
#stopprivatisation #StopPrivatisation_SaveGovtJob जैसे हैशटैग चला कर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के ऊर्जा मंत्री को भी टैग किया गया, इस कैंपेन के जरिए बिजली कर्मचारी ये मांग कर रहे हैं कि निजीकरण बंद किया जाए, सरकारी कंपनियों को प्राइवेट हाथों में जाने से रोका जाए और बिजली विभाग में रिक्त पड़े लाखों पदों पर नियमित भर्ती कर देश के युवाओं को रोजगार दिया जाए।
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Gepostet von Tejastoday.com am Samstag, 29. August 2020