लॉकअप में पिटाई करके पुलिस ने तोड़ डाला युवक का हाथ
योगेश मिश्र
प्रतापगढ़। रिश्तेदारी जा रहे वाहन के इंतजार में खड़े युवक को पुलिस थाने उठा ले गई और उसको डंडों से इतना मारा कि युवक का हांथ टूट गया। सिर पर मारने से युवक बेहोश हो जा रहा है। इतना ही नहीं, पुलिस ने युवक को बिना इलाज कराए ही उसके परिजनों को सौप दिया। महेशगंज थाना क्षेत्र के फतूहाबाद गांव का रहने वाला प्रमोद पटेल (25 वर्ष) पुत्र रामकुमार पटेल उत्तराखंड में प्लबरिंग का काम करता है। 15 अगस्त के दिन वह अपने रिश्तेदार के यहां जा रहा था। हीरागंज बाजार से वह किसी वाहन से खेमीपुर तक पहुँचा और वहां खड़े होकर आगे जाने के लिए किसी वाहन का इंतजार करने लगा। खेमीपुर के पास युवाओं द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। आरोप है कि तिरंगा यात्रा में जमकर अराजकता की जा रही थी। सूचना पर कुंडा पुलिस मौके पर पहुँच गई और युवाओं को पकड़कर थाने उठाकर ले जाने लगी तथा लाठियां भी भांज दी जिससे भगदड़ मच गई।
वहीं पर वाहन का इंतजार कर रहे प्रमोद पटेल को भी कुंडा पुलिस अपने गाड़ी में लाद ले गई और मौके पर से ही उसकी जमकर लात-घूसों और डंडों से पिटाई करना शुरू कर दी। प्रमोद अपनी सफाई में चिल्लाता रहा लेकिन हैवान बनी कुंडा पुलिस उसकी जमकर पिटाई करती रही। रास्ते भर मारने के बाद पुलिस उसको थाने उठा ले गई और दर्जनों पुलिस वाले उसके ऊपर चढ़कर उसकी जमकर पिटाई करने लगे। प्रमोद को पुलिस वालों ने इतना मारा कि उसका हाथ टूट गया। प्रमोद पुलिस वालों से सच्चाई बताकर रहम की भीख मांगता रहा लेकिन हैवान बनी पुलिस ने मानवता को तार-तार करते हुए उसको इतना मारा कि वह थाने में ही बेहोश हो गया।सिर पर गम्भीर चोटों के कारण वह अब भी बार-बार बेहोश हो जा रहा है। इतना ही नहीं, बेरहम खाकी ने उसका इलाज तक नही कराया, महज चेहरे का मेडिकल कराकर उसको उसके परिजनों को सौप दिया। प्रमोद ने बताया कि थाने में खुद सीओ बैठे थे और पुलिस उसकी पिटाई कर रही थी। अब इलाज के लिए प्रमोद अस्पताल और न्याय के लिए अधिकारियों का चक्कर लगा रहा है। इस संबंध में सीओ अर्जुन सिंह का कहना है कि जब युवक को थाने से छोड़ा गया तो उसके शरीर पर कोई चोट नहीं था।