रायबरेली की सियासत के तीन केन्द्र पंचवटी, लालूपुर, ऊंचाहर, कहां से चलेगी नगर पालिका?
रायबरेली नगर पालिका का किंग कौन?
संदीप पाण्डेय
रायबरेली। जैसे देश की सियासत का केंद्र दिल्ली है, यूपी की सियासत का केंद्र लखनऊ है। वैसे ही रायबरेली की सियासत का केंद्र क्या है ? यह जानने में लोगों की खासी दिलचस्पी है। खासकर आगामी नगरपालिका चुनाव को देखते हुए। तो आइए हम आपको बताते हैं…
मौजूदा परिस्थितियों के हिसाब से रायबरेली में सियासत के तीन केंद्र हैं। एक केंद्र है- पंचवटी, दूसरा केंद्र है- लालूपुर और तीसरा केंद्र है- ऊंचाहर। पंचवटी मतलब- दिनेश प्रताप सिंह (मंत्री), लालूपुर मतलब- अदिति सिंह (विधायक), ऊंचाहर मतलब- मनोज पांडेय (विधायक)।
आने वाले नगर पालिका चुनाव में यही तीन निर्णायक भूमिका अदा करेंगे। हालांकि इस बार का नगर पालिका चुनाव कई मायनों में खास होने वाला है, क्योंकि भाजपा विधायक अदिति सिंह मौजूदा चेयरमैन पूर्णिमा श्रीवास्तव पर फिर से दांव खेल रही हैं जबकि सपा विधायक मनोज पांडेय अपने भाई रिंकू पांडेय का जोर-शोर से चुनाव प्रचार कर रहे हैं। वहीं दिनेश प्रताप सिंह ने इस चुनाव को लेकर चुप्पी साध रखी है लेकिन राजनीतिक पंडित कहते हैं कि उनकी चुप्पी में भी एक संदेश छुपा हुआ है। अब उनकी चुप्पी क्या गुल खिलाएगी ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन एक बात तो तय है नगर पालिका चुनाव में उनकी भूमिका काफी अहम रहने वाली है।
भाजपा प्रत्याशी के हाल
बात अगर मौजूदा चेयरमैन पूर्णिमा श्रीवास्तव की करें तो उनके काम से काफी लोग असंतुष्ट हैं। इसकी एक वजह ‘मुंशी जी’ हैं। अब ये ‘मुंशी जी’ कौन हैं ये किसी से भी छिपा नहीं है। ये वो व्यक्ति हैं जो खुद को ‘मिनी विधायक’ समझते हैं। गनर लेकर चलते हैं लेकिन हैं कुछ भी नहीं।नगर पालिका के काम की बात करें तो शहर की नालियां जाम हैं। सड़कें खस्ताहाल हैं ।साफ-सफाई के नाम पर खनापूर्ति हो रही है । हर चौराहे पर जाम का बोलबाला है। बारिश में तो कॉलोनियां आधी डूब जाती हैं। हां, कुछ काम हुए हैं लेकिन वे सब ‘ऊंट के मुंह में जीरा’ साबित हुए।
सपा में मचेगा घमासान
भाजपा के प्रतिद्वंदी उम्मीदवार मनोज पांडेय के भाई रिंकू पांडेय हो सकते हैं। ये उनका पहला चुनाव होगा जबकि मनोज पहले भी चेयरमैन रह चुके हैं। लोग आज भी उनके काम को याद करते हैं। बाद में जब मोहम्मद इलियास नगर पालिका अध्यक्ष बने तो भी काफी काम हुआ। इस बार इलियास फिर से चुनाव लड़ना चाह रहे हैं। शहर में लगे उनके पोस्टर इस बात की गवाही दे रहे हैं। ऐसे में सपा से कौन चुनाव लड़ेगा, इस पर उठापटक होने की पूरी आशंका है।
{{ये तीनों ही सियासी सूरमा जिले की अलग-अलग दिशाओं से हैं लेकिन रहते सियासत के केंद्र में हैं। इन तीनों का सियासी कद जिले के किसी भी और नेता से बड़ा है। योगी सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप जहां तीन बार से एमएलसी हैं, वहीं अदिति सिंह रायबरेली सदर से दो बार की विधायक हैं और मनोज पांडेय ने ऊंचाहर से हैट्रिक लगाई है। वो वहां से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। इसके पहले वो सपा सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। साथ ही नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव भी जीत चुके हैं। इतना ही उन्होंने एक बार अपने करीबी को भी नगर पालिका का चुनाव जितवाया है।}}
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