अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी बनाने के लिये अधिकारी समयबद्वता से कार्य करें: योगी आदित्यनाथ
सड़क मार्ग में दुकानदारों को विस्थापन पर उचित मुआवजा भी दिया जाय: मुख्यमंत्री
अयोध्या विजन की बैठक में मुख्यमंत्री का फोकस राममंदिर को जाने वाले रामपथ रहा
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। आयुक्त सभागार में अयोध्या विजन की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फोकस राममंदिर को जाने वाले रामपथ (सहादतगंज और नयाघाट मार्ग) पर रहा। बोले, उसके निर्माण के लिए दुकान आदि का सर्वे हो चुका है तो फिर मुआवजे और संबंधित जमीनों का बैनामा कराने में विलंब कैसे। दिसंबर के अंत तक का समय इसके लिए लोक निर्माण विभाग क अधिकारियोंं का दिया है। धनराशि होने के पर उसे तेजी न होना लापरवाही है।
तीन वर्ष से इसके लिए कह रहा हूं। मुख्य मार्ग सहादतगंज से लेकर नयाघाट मार्ग तक 1100 बैनामे होने हैं, मात्र 55 हुए हैं। विभागीय अधिकारियों की अकर्मयता, उदासीनता ठीक नही।सुधार नहीं हुआ तो शिथिलता मिलने पर वह जवाबदेही तय करेंगे। भक्ति पथ एवं जन्मभूमि पथ पर भी तेजी लाने को कहा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सड़क मार्ग में दुकानदारों को विस्थापन की स्थिति में उनको दुकानों का आवंटन कर उचित मुआवजा भी दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने आयुक्त सभागार में अयोध्या विजन 2047 के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने हनुमानगढ़ी व रामजन्मभूमि में दर्शन पूजन किया। निर्माणाधीन मल्टीलेवल पार्किग स्थल का भी निरीक्षण किया। बोले, अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी बनाने के लिए अधिकारी समयबद्वता से कार्य करें। विकास के माडल के रूप में इसे प्रस्तुत करें। अयोध्या में लगभग 30 हजार करोड़ की लगभग 260 परियोजनाएं चालू हैं। मुख्यमंत्री ने अयोध्या के बहुआयामी विकास के लिए स्वच्छ अयोध्या, आयुष्मान अयोध्या, भावात्मक अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, आधुनिक अयोध्या एवं सक्षम अयोध्या एवं सांस्कृतिक अयोध्या का नया मंत्र देते अधिकारियों को अयोध्या के सर्वांगीण विकास का पाठ पठाया।
कहा, शहर के अंदर नए वाहन पार्किंग स्थल न विकसित करने दें। दिल्ली की तर्ज पर अयोध्या में अंतरराज्यीय बस स्टेशन विकसित करने के लिए परिवहन विभाग एवं नगर निगम समयबद्व कार्रवाई करें। इन कार्यो में तेजी लाने की आवश्यकता है बहुद्देशीय पार्किंग स्थल जिसमें दुकानें, गाड़ी की पार्किंग एवं लोगों के रहने आदि की व्यवस्था हो सकें। इस क्षेत्र में कार्य आदि किया जाय। अगस्त 2020 से मंदिर का शिलान्यास हुआ है तब से अयोध्या में अपार भीड़ बढ़ रही है। अयोध्या के भीड़ का आकलन करते हुये यहां की योजनायें बनायी जाय। यहां की पंचकोसी, चौदहकोसी और चौरासी कोसी योजना जिसमें 5 जिले शामिल है उसको भी समय से आगणन तैयार कर पूरा किया जाय। कोई भी स्थानीय स्तर पर समस्या होती है तो स्थानीय स्तर के अधिकारी हल करें और मुख्य सचिव के कार्यालय एवं मुख्यमंत्री कार्यालय को भी अवगत कराया जाय। श्रीराम मंदिर के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है 2023 के दीपोत्सव के बाद मंदिर के लोकार्पण की तैयारियां शुरू हो जायेंगी इसलिए कोई भी काम को विशेष ध्यान देकर योजनाबद्व तरीके से किया जाय। नगर निगम क्षेत्र में कुछ नये गांव शामिल किये गये है इनके लिए 5.50 करोड़ की धनराशि आवंटित की गयी है इसको भी शीघ्र अवमुक्त करने का निर्देश दिया गया। नगर निगम में स्वच्छता के लिए विशेष ध्यान दिया जाय तथा आवश्यक मात्रा में स्वच्छता कर्मियों की तैनाती किया जाय तथा उनके बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था किया जाय। टूरिज्म विभाग के जो कार्य चल रहे है उसको भी समय से पूरा किया जाय तथा सरयू नदी के पास जो राम की पैड़ी है एवं अन्य घाट है उनके मेनटेन एवं साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। भजन संध्या स्थल के ऊपर हाई पावर का तार गया है इसको हटाने के लिए विद्युत विभाग कार्यवाही करें तथा अण्डरग्राउंड केबिल बिछाने का भी कार्य करें।
मुख्यमंत्री द्वारा लोक निर्माण विभाग, आवास विकास विभाग, चिकित्सा विभाग, ऊर्जा विभाग, संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग, राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, नगर विकास, नियोजन, सिंचाई, एयरपोर्ट अर्थारिटी, परिवहन आदि विभागों की बिन्दुवार समीक्षा की गयी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग सड़कों एवं ओवरब्रिज के जो निर्माण सम्बंधी समस्यायें है उसको तत्काल हल करें और प्रोजेक्ट बनाते समय वास्तविक आवश्यकता एवं आगणन के आधार पर प्रोजेक्ट बनाये जाये। मुख्यमंत्री ने रविवार को समीक्षा के पूर्व रामकथा पार्क हेलीपैड से पहुंचने के बाद हनुमानगढ़ी, श्रीरामलला का भी दर्शन पूजन किया तथा मंदिर निर्माण प्रगति की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अयोध्या के मुख्य मंदिर को जोड़ने वाले मुख्य 3 पथ है। जिसमें रामपथ सहादतगंज से नयाघाट, भक्ति पथ अयोध्या मुख्य मार्ग से जन्मभूमि तक का मार्ग तथा जन्मभूमि पथ सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि तक के मार्ग के निर्माण आदि कार्यो का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि जिस कार्य के लिए शासन से धन प्राप्त हो गये है उन कार्यो पर अधिकारियों को तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है तथा इसमें अन्य विभागों के जहां समन्वय की आवश्यकता हो वहां शासन के प्रमुख अधिकारी तथा स्थानीय स्तर पर मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी समन्वय कर तेजी से कार्य करें। मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के कार्यो की समीक्षा में कहा कि पुलिस अधिकारियों एवं जवानों के रहने के लिए बैरक, आवासीय परिसर डेवलप किया जाय तथा एक सीसी कैमरायुक्त सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुये विशेष कन्ट्रोल रूम बनाया जाय। रामजन्मभूमि मंदिर के लिए सुरक्षा वाहिनी गठित की गयी है, उसके लिए भी आवश्यक कार्यवाहियां स्थानीय स्तर पर किया जाय तथा इसके साथ राम जन्मभूमि सुरक्षा को उच्च प्राथमिकता मानते हुये एक व्यापक आधार वाली कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जाय। साथ ही मुख्यमंत्री ने श्रीराम जन्मभूमि सेवा न्यास के पदाधिकारियों के साथ बैठकर उनसे विचार विमर्श कर आवश्यकतानुसार रामजन्मभूमि क्षेत्र के पास सुरक्षा की दृष्टि से तथा आम जनमानस की सुरक्षा की दृष्टि से सीवर, पेयजल एवं अन्य सुविधाओं के लिए आवश्यक कार्यवाही किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कार्य करने का अच्छा समय है इसलिए अधिकारी विभागीय अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर कार्यो में तेजी करें तथा इसकी निरन्तर साप्ताहिकी पाक्षिक एवं मासिक समीक्षा किया जाय, इसमें मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी भी नियमित योजनाओं को देखें एवं समीक्षा करें। चिकित्सा विभाग की समीक्षा में बेहतर व्यवस्था करने के भी निर्देश दिया तथा श्रीराम चिकित्सालय की स्थिति को बेहतर करने के निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में कार्डियोलाॅजिस्ट, गाइकोलाॅजिस्ट, न्यूरोलाॅजिस्ट, यूरोलाॅजिस्ट आदि विशेषज्ञों की भी तैनाती के लिए आवश्यक कार्यवाही किया जाय। आवश्यक हो तो इसके लिए अलग से कैडर भी बनाया जाय। अयोध्या विजन के विकास कार्यो की समीक्षा के लिए डैस बोर्ड बनाकर इसकी समीक्षा किया जाय तथा आवास विकास विभाग अभी 887 एकड़ जमीन का भी अधिग्रहण किया है इसको भी और अधिग्रहण करने के लिए निर्देश दिया जाय। बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, रामचन्द्र यादव, डा0 अमित सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रोली सिंह, मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, एमएलसी हरिओम पांडेय आदि उपस्थित रहे। शासन के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एवं गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान, प्रमुख सचिव पर्यटन, प्रमुख सचिव परिवहन, प्रमुख सचिव आवास, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग, प्रमुख सचिव नगर विकास, प्रमुख सचिव नियोजन, आयुक्त आवास, अयोध्या मण्डल के आयुक्त गौरव दयाल, डीआईजी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा, नगर आयुक्त विशाल सिंह सहित आदि वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। अयोध्या विजन का प्रस्तुतिकरण आवास एवं शहरी नियोजन विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गोकण द्वारा किया गया, जिसमें बताया गया कि अयोध्या में 260 योजनायें है जिसमें से 138 योजनायें की प्रस्तुतिकरण की गयी, जो कुल योजनायें 21 हजार करोड़ की है जिसमें 29 कार्यदायी विभाग है जिसमें तुलसी स्मारक भवन के आधुनिकीकरण, रामकथा संग्रहालय की आर्ट गैलरी, 8 कुण्डों का कायाकल्प एवं संरक्षण, राजकीय महाविद्यालय बीकापुर, ग्रीन फिल्ड टाउनशिप, अयोध्या नगर के अवशेष उपरिगामी तारों को भूमिगत करने का कार्य, भीमराव अम्बेडकर अन्तर्राष्ट्रीय खेल परिसर का कार्य, अयोध्या का मास्टर प्लान 2031, सोहावल से नवाबगंज होते हुये विक्रमजोत बाईपास रिंग रोड, चौरासी कोसी परिक्रमा सम्बंधी कार्य, जगदीशपुर अयोध्या मार्ग, रामपथ मार्ग, भक्तिपथ मार्ग, जन्मभूमि पथ मार्ग, मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नगर निगम के चलाये जा रहे अन्य कार्यो, दर्शननगर-भरतकुण्ड चौड़ीकरण मार्ग, मोहबरा बाजार होते हुये टेढ़ीबाजार होते हुये रामजन्मभूमि तक फोरलेन मार्ग, अयोध्या अकबरपुर बसखारी मार्ग आदि कार्यो का प्रस्तुतिकरण किया जाय। उल्लेखनीय है कि अयोध्या के सर्वांगीण विकास तथा विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी बनाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक कार्य किये जा रहे है तथा यह मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में से एक है इसको समयबद्वता से पूरा करने तथा एक आदर्श विकास का माॅडल पेश करने के लिए निर्देश दिया गया। इसके पहले मुख्यमंत्री का रामकथा पार्क हेलीपैड पर मण्डलायुक्त गौरव दयाल, डीआईजी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा, नगर आयुक्त विशाल सिंह सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा आगुवानी की गयी। बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रियों एवं जनप्रतिनिधियों के अलावा शासन के अनेक सचिव, विशेष सचिव, प्रबन्ध निदेशक एवं अयोध्या विजन से जुड़े हुये मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारी उपस्थित थे।
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