प्रख्यात शायर आकिल जौनपुरी नहीं रहे, लोगों ने जताया शोक | #TEJASTODAY
प्रख्यात शायर आकिल जौनपुरी नहीं रहे, लोगों ने जताया शोक | #TEJASTODAY
जौनपुर। जनपद ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों में चर्चित रहे प्रख्यात शायर आकिल जौनपुरी का बीती रात हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया। परिजनों के अनुसार वे लगभग एक सप्ताह से ब्लड प्रेशर व शुगर से ग्रसित चल रहे थे।
बीती रात लगभग २ बजे वे जिंदगी की जंग हार गये जिसकी जानकारी होने पर जनपद में शोर की लहर दौड गयी। बता दें कि आकिल जौनपुरी अपने पीछे दो बेटियां और पत्नी को छोड़ गये हैं। बतात चलें कि आकिल जौनपुरी राष्ट्रीय मशहूर कवि एवं शायर कामिल शफीकी के पुत्र थे जिन्होंने अपने पिता की परम्परा को निभाते हुये राष्ट्रीय भावनात्मक की शेरो शायरी के फन को जिंदा रखे थे।
उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को दोपहर उनके निवास स्थाल मोहल्ला शेख मोहामिद स्थित सिलाखाने के निकट कब्रिस्तान में हुआ जहां तमाम कवियों, शायरों, समाजसेवियों, पत्रकारों आदि ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दिया। श्री जौनपुरी के निधन पर अखिल भारतीय काव्य मंच के संस्थापक डॉ प्रमोद वाचस्पति सलिल जौनपुरी, अध्यक्ष असीम मछलीशहरी, महासचिव फूलचन्द भारती, वरिष्ठ शायर/कवि डॉ पीसी विश्वकर्मा प्रेम जौनपुरी, राष्ट्रीय शायर कैशर जौनपुरी, सम्पादक आदर्श कुमार, डा. राम सिंगार शुक्ल गदेला, पत्रकार अजय पाण्डेय, संजय अस्थाना, समूह सम्पादक रामजी जायसवाल सहित तमाम लोगों ने शोक जताया।