पुलवामा में शहीद जवान का घर पहुंचेगा पार्थिव शरीर, एक झलक देखने को गांव में उमड़ा हुजूम | #TEJASTODAY
नवनीत यादव जौनपुर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में मंगलवार की रात आतंकियों से हुई मुठभेड़ शहीद हुए जौनपुर के जिलाजीत यादव का शव आज उनके घर पहुंचेगा। सुबह से ही उनकी एक झलक पाने के लिए उनके घर पर हुजूम उमड़ पड़ा है। मुख्य सड़क से घर तक जाने वाले संपर्क मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है तो चारों तरफ जिलाजीत यादव अमर रहे के नारे भी गूंज रहे हैं। हालांकि जिले के जिम्मेदार अफसरों के गांव पहुंचने में देरी पर ग्रामीणों में असंतोष भी है।
दरअसल, खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली की पुलवामा जिले के कमराज़ीपोरा में एक बाग में आतंकी छिपे हैं, सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने मंगलवार की रात इलाके को घेर लिया और इलाके में तलाशी अभियान चलाया। खुद को घिरा देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी थी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। हालांकि कार्रवाई के दौरान जवान जिलाजीत शहीद हो गया, वहीं एक आतंकी भी मारा गया। घटनास्थल से एक-47, ग्रेनेड के साथ ही अन्य आपत्तिजनक सामान भी बरामद हुआ था, जिसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
जिलाजीत यादव(25) जौनपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के इजरी गांव के रहने वाले थे। जवान आरआर 53 बटालियन में सिपाही के पद पर तैनात थे। मंगलवार की रात 2 बजे पुलवामा में हुई मुठभेड़ में वह शहीद हो गए। उनके एक साथी को भी गोली लगी। इस मुठभेड़ में एक आतंकी को भी मार गिराया था। बुधवार सुबह जवान के शहादत की खबर गांव वालों को मिली थी। जिलाजीत की तीन वर्ष पहले शादी हुई थी। उनका एक साल का बेटा भी है। वहीं, शहीद के पिता का दो वर्ष पहले निधन हो गया था। जिलाजीत अपने पिता के इकलौते बेटे थे।