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गुलामी की निशानी मिटाकर राम मन्दिर बनाने का मार्ग प्रशस्त किया मोदी सरकार: भूपेन्द्र सिंह चौधरी

गुलामी की निशानी मिटाकर राम मन्दिर बनाने का मार्ग प्रशस्त किया मोदी सरकार: भूपेन्द्र सिंह चौधरी

गुलामी की निशानी मिटाकर राम मन्दिर बनाने का मार्ग प्रशस्त किया मोदी सरकार: भूपेन्द्र सिंह चौधरी जौनपुर। कोरोना लॉकडाउन में 80 करोड़ ग़रीबों को तीन महीने तक मुफ़्त अनाज दिया। मोदी सरकार उक्त बातें उत्तर प्रदेश में पंचायती राज मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बदलापुर विधान सभा के वर्चुअल सम्मेलन में बोलते हुये कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश में लगाए गये लॉकडाउन को देखते हुए सरकार ने विशेष आर्थिक पैकेज का एलान किया है। इसके तहत 80 करोड़ ग़रीबों को नवम्बर तक 5 किलो मुफ़्त आटा या चावल और एक किलो दाल देने की घोषणा की है इसके अलावा ग़रीब महिलाओं को सिलेंडर भी मुफ़्त में दिया गया है। श्री चौधरी ने कहा कि डीबीटी के माध्यम से पैसे भी ट्रांसफ़र किए गये। प्रवासी मज़दूरों और शहरी-ग्रामीण ग़रीबों की तुरंत आवश्यकता के लिए 4 करोड़ लंच पैकेज बांटा गया ताकि कोई भी भूखा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि लोग कहते थे कि जब कोरोना के मरीजों की संख्या कम थी तब लॉक डाउन किया गया था और जब मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो लॉक डाउन हटा दिया गया तो उनको मैं बताना चाहता हूं कि उस समय कोरोना वायरस नया था और उसके बारे में बहुत जानकारी भी नहीं थी और सरकार की तरफ से कोई तैयारी भी नही थी, ना तो पी पी किट और ना ही अस्पताल में बेड तैयार था, मास्क सेनिटाइजर की भी कमी थी जब सरकार पूरी तैयारी कर ली तो मोदी सरकार ने "जान है और जहांन है" के तहत अन लॉक कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने ईपीएफ़ को लेकर भी बड़ी घोषणा की है इसके तहत तीन महीनों तक कंपनी और कर्मचारी, दोनों के हिस्से का योगदान सरकार की ओर से किया गया, सरकार की ओर से कोरोना की लड़ाई में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य स्टाफ़ के लिए 50 लाख का इंश्योरेंस कवर देने का काम मोदी सरकार ने की इससे 20 लाख कर्मचारियों को लाभ मिला। भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा कि किसानों के खाते में 2000 रुपये की किश्त डाली गई, 8.70 लाख किसानों के खाते में अप्रैल के पहले हफ़्ते में ये किश्त ट्रांसफर कर दी गई ये किश्त किसान सम्मान निधि योजना के तहत दी जा रही है, 20 करोड़ महिला जनधन खातों में अगले तीन महीने तक 500-500 रुपये डाले गये, वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगों के लिए अतिरिक्त 1000 रुपये पेंशन के तौर पर दिए गये दो अलग-अलग किश्तों में ये पैसा दिया गया यह पैसा सीधे उनके बैंक खातों में गया ताकि किसी भी तरह से कोई उनका हक न मार सके। उन्होंने प्रदेश के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते हुए कहा कि जो सेवा आप लोगो ने इस महामारी में की है उसके लिये संगठन आपका ऋणी है उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सामाजिक दूरी बनाकर रखे अभी तक किसी तरह का वैक्सीन नही बना है इसलिये जो भी सरकार की गाइड लाइंस है उसका पालन करे, उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करते हुये कहा की भाजपा के एजेंडा में शामिल राम मंदिर था जिसको मोदी सरकार ने राम मन्दिर बनवाने का मार्ग प्रशस्त किया, मोदी सरकार धारा 370 और 35 A हटाने का काम किया। कामन सिविल कोड लागू करने का काम किया। श्री चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार सिक्खों के लिए करतार कॉरिडोर बनवाने का काम किये है जो श्रद्धालु करतार साहिब का दर्शन सरहद से 3 किलोमीटर दूर से ही दूरबीन द्वारा करते थे उसको मोदी सरकार ने पाकिस्तान सरकार से बात करके करतार कॉरिडोर बनवा कर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन करवाने का मार्ग प्रशस्त किया। वर्चुअल सम्मेलन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने किया और संचालन जिला महामंत्री रामसूरत बिंद ने किया। उक्त कार्यक्रम में विधानसभा बदलापुर के विधायक रमेश चन्द्र मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष सुनील तिवारी, जिला मंत्री अवधेश यादव और सभी मण्डल अध्यक्ष के साथ विधानसभा के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।

जौनपुर। कोरोना लॉकडाउन में 80 करोड़ ग़रीबों को तीन महीने तक मुफ़्त अनाज दिया। मोदी सरकार उक्त बातें उत्तर प्रदेश में पंचायती राज मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बदलापुर विधान सभा के वर्चुअल सम्मेलन में बोलते हुये कहा कि कोरोना महामारी के कारण देश में लगाए गये लॉकडाउन को देखते हुए सरकार ने विशेष आर्थिक पैकेज का एलान किया है। इसके तहत 80 करोड़ ग़रीबों को नवम्बर तक 5 किलो मुफ़्त आटा या चावल और एक किलो दाल देने की घोषणा की है इसके अलावा ग़रीब महिलाओं को सिलेंडर भी मुफ़्त में दिया गया है।

चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। नगर के रामपुर रोड़ मुहल्ला निवासी एक किराना व्यवसायी की कोरोना संक्रमण रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिससे व्यापारियों में भय व्याप्त है। नगर के श्री रामपुर रोड़ गांधी नगर कलेक्टरगंज मुहल्ला निवासी एक किराना व्यवसाई की शनिवार को जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद व्यापारियों हड़कंप मच गया। सभी व्यापारी स्वास्थ्य को लेकर सशंकित है।

श्री चौधरी ने कहा कि डीबीटी के माध्यम से पैसे भी ट्रांसफ़र किए गये। प्रवासी मज़दूरों और शहरी-ग्रामीण ग़रीबों की तुरंत आवश्यकता के लिए 4 करोड़ लंच पैकेज बांटा गया ताकि कोई भी भूखा नहीं रहे। उन्होंने कहा कि लोग कहते थे कि जब कोरोना के मरीजों की संख्या कम थी तब लॉक डाउन किया गया था और जब मरीजों की संख्या बढ़ रही है तो लॉक डाउन हटा दिया गया तो उनको मैं बताना चाहता हूं कि उस समय कोरोना वायरस नया था और उसके बारे में बहुत जानकारी भी नहीं थी और सरकार की तरफ से कोई तैयारी भी नही थी, ना तो पी पी किट और ना ही अस्पताल में बेड तैयार था, मास्क सेनिटाइजर की भी कमी थी जब सरकार पूरी तैयारी कर ली तो मोदी सरकार ने “जान है और जहांन है” के तहत अन लॉक कर दिया गया।

चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। बिजली फाल्ट से परेशान आमजन की समस्या को लेकर नगर पालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष श्याम गुप्ता ने जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में कहा कि ट्रांसफार्मर पर कट आउट हुआ कट ऑफ स्विच लगाने की बात कही। शिकायत में श्याम जी गुप्ता ने कहा कि शाहगंज व ग्रामीण फीडर संयुक्त रूप से संचालित होता है जिसका दायरा करीब 4 किमी तक है इस दायरे के बीच लाइन में फाल्ट आने पर उसे ठीक करने के लिए शटडाउन किया जाता है। जिससे लोगों को परेशान होना पड़ता है अगर ट्रांसफार्मर पर कट आउट व कट ऑफ स्वीच लगा दिया जाए तो उसी क्षेत्र के लोग प्रभावित होंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार ने ईपीएफ़ को लेकर भी बड़ी घोषणा की है इसके तहत तीन महीनों तक कंपनी और कर्मचारी, दोनों के हिस्से का योगदान सरकार की ओर से किया गया, सरकार की ओर से कोरोना की लड़ाई में शामिल स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य स्टाफ़ के लिए 50 लाख का इंश्योरेंस कवर देने का काम मोदी सरकार ने की इससे 20 लाख कर्मचारियों को लाभ मिला।

मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के तिलौरा गांव मे मंगलवार की रात दो बच्चों को कोबरा सांप ने डंस लिया। जिससे उनकी मौत हो गई। उक्त क्षेत्र में ननिहाल आये जिगर सरोज 05 वर्ष पुत्र कंचन सरोज व हंसिका 06 वर्ष पुत्री दीपक सरोज निवासी तिलौरा उपल रखे घर में खेल रहे थे। इसी दौरान सर्प ने जिगर को डंस लिया। परिवार वालों ने सोचा कि खेल में चोंट लग गई है। लेकिन कुछ देर में ही उसकी तबियत बिगड़ने लगी। परिजन ने साथ में खेल ही हंसिका से पूछा तो वह घटना की जगह पैर रखकर बताने लगी कि चोट यहीं पर लगा था। इसी दौरान कोबरा सांप ने उसे भी डंस लिया। आनन-फानन में परिजन दोनों को इलाज के लिए जौनपुर ले आये जहां डाक्टर ने उक्त बच्चों को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद झाड़ फूंक के लिये गाजीपुर ले गये लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। दो मासूम बच्चों की मौत के बाद परिजन में कोहराम मच गया।

भूपेंद्र सिंह ने आगे कहा कि किसानों के खाते में 2000 रुपये की किश्त डाली गई, 8.70 लाख किसानों के खाते में अप्रैल के पहले हफ़्ते में ये किश्त ट्रांसफर कर दी गई ये किश्त किसान सम्मान निधि योजना के तहत दी जा रही है, 20 करोड़ महिला जनधन खातों में अगले तीन महीने तक 500-500 रुपये डाले गये, वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगों के लिए अतिरिक्त 1000 रुपये पेंशन के तौर पर दिए गये दो अलग-अलग किश्तों में ये पैसा दिया गया यह पैसा सीधे उनके बैंक खातों में गया ताकि किसी भी तरह से कोई उनका हक न मार सके।

प्रमुख सचिव के. रवीन्द्र नायक ने कलेक्ट्रेट सभागार में की समीक्षा बैठक जौनपुर। प्रमुख सचिव, आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग उत्तर प्रदेश एवं नोडल अधिकारी के. रवीन्द्र नायक ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में समस्त खंड विकास एवं अन्य अधिकारियों के साथ संचारी रोग अभियान के तहत कराए जा रहे हैं कार्यों की समीक्षा किया। नोडल अधिकारी ने विशेष संचारी रोग अभियान के तहत गांव में चलाए जा रहे सफाई अभियान, एंटी लार्वा का छिड़काव, नाली सफाई तथा जलभराव की समस्या की जानकारी ली। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि 01 से 31 जुलाई तक चलने वाले संचारी रोग अभियान के तहत समस्त गांव में नियमित रूप से सफाई कराएं। जहां भी जलभराव हो वहां एंटी लार्वा की दवा का छिड़काव करें। घर-घर क्लोरीन की गोलियां वितरित करें तथा लोगों को संचारी रोग के विषय में जागरूक करें। अगर किसी को डायरिया तथा अन्य कोई समस्या हो तो उसकी तत्काल सूचना स्वास्थ्य विभाग को दें। उन्होंने कहा कि समस्त खंड विकास अधिकारी ब्लॉक की सीएचसी से प्रत्येक दिन डायरिया के मरीजों की रिपोर्ट प्राप्त करें। नोडल अधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि वह एक हफ्ते में इस बात का प्रमाण-पत्र मुख्य विकास अधिकारी को देंगे कि सभी गांव की नालियां साफ हो चुकी हैं तथा कम से कम एक सफाईकर्मी प्रत्येक गांव में नियुक्त करें। सफाईकर्मी नियमित रूप से गांव की सफाई करें। लापरवाही बरतने पर सख्त कार्रवाई किया जाय। उन्होंने कहा कि शहर के नजदीकी गांव में जहां-जहां सड़क किनारे कूड़ा पड़ा है उसे एक हफ्ते के अंदर उठाना सुनिश्चित करें। अधिशासी अभियंता जल निगम को निर्देश देते हुए कहा कि जिन स्थानों पर आर्सेनिक अथवा क्लोराइड की समस्या पानी में हो उन स्थानों को चिन्हित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें तथा आवश्यक कार्रवाई करें। उन्होंने आयुक्त मनरेगा को निर्देशित किया कि जो प्रवासी मजदूर मनरेगा के तहत कार्य करने के इच्छुक हैं उनके जॉब कार्ड बनाया जाए। अगर किसी गांव में प्रवासी मजदूरों के जॉब कार्ड बनवाने में प्रधान समस्या उत्पन्न करें तो प्रधान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला, डीसी मनरेगा भूपेन्द्र सिंह, परियोजना निदेशक ग्राम विकास विभाग अरविंद सिंह, अर्थ एवं संख्या अधिकारी आरडी यादव आदि उपस्थित रहे।

उन्होंने प्रदेश के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का अभिवादन करते हुए कहा कि जो सेवा आप लोगो ने इस महामारी में की है उसके लिये संगठन आपका ऋणी है उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि सामाजिक दूरी बनाकर रखे अभी तक किसी तरह का वैक्सीन नही बना है इसलिये जो भी सरकार की गाइड लाइंस है उसका पालन करे, उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करते हुये कहा की भाजपा के एजेंडा में शामिल राम मंदिर था जिसको मोदी सरकार ने राम मन्दिर बनवाने का मार्ग प्रशस्त किया, मोदी सरकार धारा 370 और 35 A हटाने का काम किया।

जौनपुर। भाजपा कार्यालय पर सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुये जिलाध्यक्ष श्री पुष्पराज सिंह के अध्यक्षता में बैठक हुई, जिसमें आपातकाल पर चर्चा हुई। जिलाध्यक्ष ने कहा कि 25 जून का दिन एक विवादस्पद फैसले के लिए जाना जाता है यही वह दिन था जब देश में आपातकाल लगाने की घोषणा हुई तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जनता को बेवजह मुश्किलों के समुंदर में धकेल दिया। 25 जून, 1975 को आपातकाल की घोषणा की गई और 26 जून 1975 से 21-मार्च 1977 तक यानी 21 महीने की अवधि तक आपातकाल जारी रहा। आपातकाल के फैसले को लेकर इंदिरा गांधी द्वारा कई दलीलें दी गईं। देश को गंभीर खतरा बताया गया, लेकिन पर्दे के पीछे की कहानी कुछ और ही थी उन्होंने कहा कि हमारे जिले जौनपुर से भी कई नेता जेल गए जिसमे मुख्य रूप से पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह अल्प आयु में ही जेल गए कैलाश विश्वकर्मा जी, हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव तमाम नेता जेल गये थे। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आपातकाल की नींव 12 जून 1975 को ही रख दी गई थी जब इंदिरा गांधी के खिलाफ संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी राजनारायण ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की राजनारायण ने अपनी याचिका में इंदिरा गांधी पर 6 आरोप लगाये थे 12 जून 1975 को राजनारायण की इस याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया इंदिरा गांधी को चुनाव में सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का दोषी पाया गया और इंदिरा गांधी के निर्वाचन को रद्द कर दिया और 6 साल तक उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगा दी। हाईकोर्ट के फैसले के बाद इंदिरा गांधी को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ता इसलिए इस लटकती तलवार से बचने के लिए प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास पर आपात बैठक बुलाई गई। इस दौरान कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष डीके बरुआ ने इंदिरा गांधी को सुझाव दिया कि अंतिम फैसला आने तक वो कांग्रेस अध्यक्ष बन जाएं और प्रधानमंत्री की कुर्सी वह खुद संभाल लेंगे लेकिन बरुआ का यह सुझाव इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी को पसंद नहीं आया संजय की सलाह पर इंदिरा गांधी ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ 23 जून को सुप्रीम कोर्ट में अपील की सुप्रीम कोर्ट ने अगले दिन 24 जून 1975 को याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि वो इस फैसले पर पूरी तरह से रोक नहीं लगाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें प्रधानमंत्री बने रहने की अनुमति दे दी, मगर साथ ही कहा कि वो अंतिम फैसला आने तक सांसद के रूप में मतदान नहीं कर सकतीं विपक्ष के नेता सुप्रीम कोर्ट का पूरा फैसला आने तक नैतिक तौर पर इंदिरा गांधी के इस्तीफे पर अड़ गए। एक तरफ इंदिरा गांधी कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ रहीं थीं, दूसरी तरफ विपक्ष उन्हें घेरने में जुटा हुआ था। गुजरात और बिहार में छात्रों के आंदोलन के बाद विपक्ष कांग्रेस के खिलाफ एकजुट हो गया। लोकनायक कहे जाने वाले जयप्रकाश नारायण (जेपी) की अगुआई में विपक्ष लगातार कांग्रेस सरकार पर हमला कर रहा था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अगले दिन 25 जून 1975 को दिल्ली के रामलीला मैदान में जेपी ने एक रैली का आयोजन किया जिसमे अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, आचार्य जेबी कृपलानी, मोरारजी देसाई और चंद्रशेखर जैसे तमाम दिग्गज नेता एक साथ एक मंच पर मौजूद थे। विपक्ष के बढ़ते दबाव के बीच इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 की आधी रात को तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से इमरजेंसी के घोषणा पत्र पर दस्तखत करा लिए जिसके बाद सभी विपक्षी नेता गिरफ्तार कर लिए गए 26 जून 1975 को सुबह 6 बजे कैबिनेट की एक बैठक बुलाई गई इस बैठक के बाद इंदिरा गांधी ने ऑल इंडिया रेडियो के ऑफिस पहुंचकर देश को संबोधित किया उन्होंने कहा कि आपातकाल के पीछे आंतरिक अशांति को वजह बताई लेकिन इसके खिलाफ गहरी साजिश रची गई इसके बाद प्रेस की आजादी छीन ली गई, कई वरिष्ठ पत्रकारों को जेल भेज दिया गया अखबार तो बाद में फिर छपने लगे, लेकिन उनमें क्या छापा जा रहा है। ये पहले सरकार को बताना पड़ता था। इमरजेंसी का विरोध करने वालों को इंदिरा गांधी ने जेल भेज दिया था 21 महीने में 11 लाख लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. 21 मार्च 1977 को इमरजेंसी खत्म करने की घोषणा की गई। इंदिरा गांधी और कांग्रेस आपातकाल को संविधान के अनुसार लिए गया फैसला बताते रहे, लेकिन वास्तव में उन्होंने 1975 में संविधान द्वारा दिए गए इस अधिकार का दुरुपयोग किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंघानियां, अमित श्रीवास्तव, जिला महामंत्री शुशील मिश्रा, पीयूष गुप्ता, जिला मंत्री राजू दादा, अभय राय डीसीएफ चेयरमैन धन्यजय सिंह, भूपेंद्र पांडे, आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, राजवीर दुर्गवंशी, रोहन सिंह, इन्द्रसेन सिंह प्रमोद, अनिल गुप्ता, प्रमोद प्रजापति, भाजयुमो जिला महामंत्री विकास ओझा, शुभम मौर्या आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कामन सिविल कोड लागू करने का काम किया। श्री चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार सिक्खों के लिए करतार कॉरिडोर बनवाने का काम किये है जो श्रद्धालु करतार साहिब का दर्शन सरहद से 3 किलोमीटर दूर से ही दूरबीन द्वारा करते थे उसको मोदी सरकार ने पाकिस्तान सरकार से बात करके करतार कॉरिडोर बनवा कर श्रद्धालुओं के लिए दर्शन करवाने का मार्ग प्रशस्त किया।

वर्चुअल सम्मेलन की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने किया और संचालन जिला महामंत्री रामसूरत बिंद ने किया। उक्त कार्यक्रम में विधानसभा बदलापुर के विधायक रमेश चन्द्र मिश्रा, जिला उपाध्यक्ष सुनील तिवारी, जिला मंत्री अवधेश यादव और सभी मण्डल अध्यक्ष के साथ विधानसभा के तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।

सौरभ सिंह सिकरारा, जौनपुर। मिशन प्रेरणा उत्तर प्रदेश द्वारा पिछले माह बच्चों की मेरी उड़ान प्रतियोगिता के अंतर्गत प्राथमिक कक्षाओं के लिए मेरा गांव और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के लिए मेरा परिवार शीर्षक के अंतर्गत चित्रकला लघुकथा लेखन तथा क्राफ्ट कला प्रतियोगिता कोविड 19 के मद्देनजर ऑनलाइन कराने के लिए शिक्षकों को सौंपी गई थी जिसमे जनपद के भारी संख्या में बच्चों ने प्रतिभाग किया था। इसके पश्चात प्रत्येक विकास क्षेत्र के सभी वर्गों के प्रथम दो बच्चों के कार्य को जिला स्तर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में गठित समिति द्वारा प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रत्येक वर्ग के एक और जनपद में कुल 6 बच्चों का चयन करके राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता हेतु प्रेषित कर दिया गया था। आज प्रदेश स्तर पर जारी हुई 100 लोंगो की सूची में सिकरारा के प्राथमिक विद्यालय बथुआवर की कक्षा 5 की छात्रा किरन सरोज का नाम आया तो विद्यालय की प्रधानाध्यापिका संयुक्ता सिंह व उनके स्टाफ के साथ साथ किरन सरोज और उनके परिजनों का खुशी का ठिकाना न रहा। ज्ञात हो कि प्रेरक ब्लाक बनाने में जी जान से जुटे खंड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव ने शासन से आये निर्देश के क्रम में व्यक्तिगत रुचि दिखाते हुए सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को प्रेरित किया था कि इस ऑनलाइन प्रतियोगिता के सभी वर्गों में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को प्रतिभाग कराएं। आज उसी उत्साहवर्धन का परिणाम है कि बथुआवर गांव की माटी में पल रही बिटिया किरन सरोज ने अपने गांव ही नही बल्कि पूरे प्रदेश में अपने जनपद के नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका व शिक्षक संकुल संयुक्ता सिंह विद्यालय की छात्रा किरन व उनके परिजनों को बधाई देते हुए कहा कि छात्रा किरन ने पूरे जनपद के नाम रोशन किया है इससे गांव गिराव की प्रतिभाएं निखर कर सामने आ रही है। हम लोग इस उपलब्धि को बरकरार रखते हुए आगे और ऊर्जा के साथ प्रेरक विद्यालय बनाने के लिए कार्य करेंगे। इस उपलब्धि के लिए खंड शिक्षा अधिकारी राजीव यादव प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह एआरपी सुशील उपाध्याय व ब्लाक अध्यक्ष मृत्युंजय सिंह ने छात्रा किरन सरोज व विद्यालय के सभी शिक्षकों को बधाई दी।

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