एलपीएस ने कराया भव्य कवि सम्मेलन
एलपीएस ने कराया भव्य कवि सम्मेलन
आरएल पाण्डेय
लखनऊ। लखनऊ पब्लिक स्कूल्स एण्ड कालेजेज के संस्थापक महाप्रबंधक डा. एसपी सिंह ने आजादी के अमृत महोत्सव मनाने की श्रृंखला में विनम्र खंड स्थित लखनऊ पब्लिक कसलेज के प्रेक्षागृह में एक भव्य कवि सम्मेलन कराया द्य पूर्व एमएलसी कांति सिंह, एलपीएस डायरेक्टर आशा सिंह एवं हर्षित सिंह ने कवियों का शाल एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। इंदौर (मध्य प्रदेश) के कवि अमन ‘अक्षर’ ने पढ़ा- “ हम यहाँ तक अचानक नही आये हैं।
मेरे हिस्से कथानक नहीं आये हैं। इटावा से पधारे कवि कुमार मनोज की पंक्तियाँ थी- “आपके लिए तो एक आदमी मरा है किन्तु, मेरे परिवार की तो, रोटियाँ चली गयी। प्रयागराज के हास्य-व्यंग्य के बड़े कवि राधे श्याम भारती जी ने व्यंग्य करते हुए कहा- “करवाचौथ का व्रत रख के मरने भी नही देती। स्माइल ‘मैन’ सर्वेश अस्थाना जी ने जिंदगी जीने का मन्त्र दिया। “रिश्तों में तकरार बहुत हैं लेकिन इनमे प्यार बहुत हैं। सारी दुनिया खुश रखने को, बस अपना परिवार बहुत है।
बाराबंकी से पधारे कवि शिवकुमार व्यास जी ने देश के नवजवानों और शहीदों के बलिदान को याद करते हुए पंक्तियाँ पढ़ी- “वीर बलिदानियों के त्याग की बदौलत ही, अमृत महोत्सव मना रहा है देश आज। बाराबंकी से ही आये हुए हास्य-व्यंग के कवि अजय ‘प्रधान’ ने तिरंगे पर कविता पढ़ी- “अपने महान देश का जो तीन रंग का, निशान शान से ये आसमान में तना रहें। लखनऊ की गीत और गजल की कवियत्री श्रीमती शशि श्रेया ने गुनगुनाया-“जीत लेगा जिंदगी की जंग वो हर हाल में, जिसको सारे दर्द सहकर मुकुराना आ गया।