अंकिता हत्याकाण्ड में झारखंड हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
अंकिता हत्याकाण्ड में झारखंड हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान
पीड़िता के परिवार को सुरक्षा देने का दिया निर्देश
नीरज कुमार
रांची (झारखण्ड)। झारखंड की उप राजधानी दुमका में हुई अंकिता राज हत्याकांड मामले को झारखंड हाईकोर्ट ने मंगलवार (30 अगस्त 2022) को स्वत संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस मामले से जुड़ी फाइलों के साथ राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव को तलब किया है।
साथ ही हाईकोर्ट ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक और दुमका एसपी को निर्देश दिया है कि तत्काल अंकिता के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराया जाये और जल्द से जल्द मामले का अनुसंधान कर चार्जशीट दाखिल करें। वहीं इस हत्याकांड के बाद राज्य भर के कई संगठन और लोगों ने सड़क पर उतर कर हत्या के आरोपी शाहरुख को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे है।
दुमका की घटना अमानवीयरू चीफ जस्टिस
झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डा रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने मीडिया रिपोर्ट्स पर दुमका में हुई अंकिता राज हत्याकांड मामले का स्वतरू संज्ञान लिया और इस मामले से जुड़ी फाइलों के साथ राज्य के डीजीपी और मुख्य सचिव को तलब किया है। साथ ही हाईकोर्ट ने झारखंड के डीजीपी और दुमका एसपी को निर्देश दिया है कि तत्काल पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराया जाये। हाईकोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया। हाईकोर्ट ने मौखिक रूप से कहा कि यह घटना अमानवीय है। प्रशासन को ऐसी घटनाओं में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
देवघर एम्स में बर्न वार्ड है या नहीं
हाईकोर्ट की खंडपीठ ने सरकार से सवाल किया कि क्या देवघर में बर्न वार्ड नहीं है? कोर्ट ने कहा कि देवघर में एम्स है। क्या वहां ऐसी घटनाओं में घायल मरीजों के इलाज के लिए इंतजाम हैं? देवघर स्थित एम्स में बर्न वार्ड है या नहीं। सरकार से इस मामले में कोर्ट ने जवाब दाखिल करने के लिए कहा है।
एनसीडब्ल्यू ने भी लिया संज्ञान
अंकिता राज हत्याकांड मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी संज्ञान लिया है। जानकारी के मुताबिक दो सदस्यीय टीम बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक करेगी। साथ ही बुधवार को एनसीडब्ल्यू की टीम दुमका पहुंचेगी और संबंधित पुलिस अधिकारियों के साथ भी बैठक करेगी।
एफएसएल की टीम घटनास्थल पर पहुंची
झारखंड सीआईडी के अधिकारियों का कहना है कि हमारे साथ फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम, फिंगर प्रिंट ब्यूरो की टीम और सीआईडी की टीम है। हम साक्ष्य एकत्रित कर रहे हैं। जल्द से जल्द साक्ष्य इकट्ठा कर कोर्ट को सौंपा जाएगा। वहीं इस मामले में एसडीपीओ के नाम को लेकर बवाल मच गया था, जिसके बाद एसडीपीओ नूर मुस्तफा को जांच से हटा दिया गया है।
इस तरह से घटना को दिया था अंजाम
गौरतलब है कि 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में पड़ोस में रहने वाला आरोपी शाहरुख ने छात्रा पर पेट्रोल छिड़क कर अंकिता राज को आग के हवाले कर दिया था। घटना के वक्त वह घर में सो रही थी। यह हमला पिछले मंगलवार की सुबह करीब 4.30 बजे हुआ। युवती ने अपने बयान में बताया कि सुबह में आरोपी शाहरुख कमरे की खिड़की के सामने खड़ा था। वह एक ज्वलनशील तरल और एक माचिस के साथ एक कैन पकड़े हुए था। पीड़ित परिवार के मुताबिक आरोपी ने ज्वलनशील तरल कमरे में फेंक दिया और पर्दे जला दिए। उसने और भी अधिक तरल पदार्थ कमरे के अंदर फेंक दिया ताकि वह बच न सके। किसी तरह से उसके परिवार और पड़ोसियों ने अंकिता को बचाने का प्रयास किया। उसे दुमका मेडिकल कॉलेज और उसके बाद रांची रिम्स में इलाज के लिए लाया गया।पीड़ित परिवार वालों के मुताबिक वह 95 फीसदी जल चुकी थी।
दुमका की बेटी को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरे लोग
दुमका की बेटी अंकिता राज को न्याय दिलाने के लिए रांची सहित राज्य भर के लोग सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। जमशेदपुर में राष्ट्रवादी जनमंच की ओर से आक्रोश मार्च निकाल कर विरोध जताया गया। तो वही देवघर में विभिन्न हिंदू सामाजिक संगठन ने आरोपी का पुतला दहन किया।साथ ही अंकिता को फास्ट ट्रैक कोर्ट से जल्द न्याय दिलाने के साथ आरोपी शाहरुख और नईम को फांसी की सजा दिलाने और अंकिता के परिजनों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गयी।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।