Jaunpur News : उपेक्षा का दंश झेल रहा मुफ्तीगंज में बना शहीद स्तम्भ
बदहाली की सूचना के बावजूद भी उदासीन दिखे राज्यमंत्री
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। स्थानीय तहसील क्षेत्र के मुफ्तीगंज बाजार के मध्य में बने महात्मा गांधी चौबूतरा के पास कूड़े में तब्दील शहीद स्तम्भ की खबर शूरवीरों के बलिदान को भूला देश, कूड़े के ढेर में तब्दील हुआ शहीद स्तम्भ नामक शीर्षक से खबर गत दिवस तेजस टुडे ने प्रकाशित किया था। खबर को जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि तो सुध नहीं ली परंतु खबर को संज्ञान में लेते हुए ग्रामवासियों ने शहीद स्तम्भ की साफ सफाई की।
गौरतलब हो कि महात्मा गांधी चबूतरा के पास स्थित शहीद स्तम्भ के सम्बन्ध में राज्यमंत्री गिरीश चंद यादव से टेलीफोनिक वार्ता कर शहीदों के शहादत के हो रहे अपमान से अवगत कराते हुए शहीद स्मारक के जीर्णोद्धार की मांग की गई परन्तु एक पखवारा बीत जाने के बाद भी राज्यमंत्री की तरफ से शहीद स्तम्भ की सुधि लेने न कोई राजनेता आया और न ही कोई प्रसाशनिक मुलाजिम। सेना और शहीदों के सम्मान की बात करने वाली भाजपा के राज्यमंत्री के शहीद स्तम्भ के प्रति उदासीन रवैये से क्षेत्रीय जनमानस में रोष साफ नजर आ रहा है।
बता दें कि क्रांतिकारी जंग बहादुर पाठक ने कभी भी अंग्रेजों की अधीनता को स्वीकार नहीं की। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जंग-ए-आजादी में कूद पड़े और 44 अंग्रेजों को जौनपुर शाही पुल के पास मार गिराया था। धोके से अंग्रेजी हुकुमत ने पसेवा गांव के समीप पकड़कर एक महीने के कारावास में रखकर उनके साथ बर्बता की सारी हदें पार की गयी जिससे कारण उनका निधन हो गया। उनकी वीरता व शौर्य की याद में मुफ्तीगंज बाजार के मध्य में शहीद स्तम्भ का निर्माण कराया गया था जो आज कूड़े के ढेर में तब्दील हो चुका है।