Jaunpur News : लम्बित भुगतान को लेकर डोभी ब्लाक का चक्कर काटने को पूर्व प्रधान परिवार मजबूर
विनोद कुमार
चंदवक, जौनपुर। देश में बैश्विक महामारी कोरोना अपना पांव पूरी तरह से पसार चुका था देश मे लॉक डाउन लगा हुआ था। लोग शहरों से गांवों की तरफ तेजी से पलायन कर रहे थे। ऐसे में सबसे बड़ी जिम्मेदारी थी कि कोरोना की कहर से कैसे गांवों को बचाया जा सके। प्रदेश सरकार के दिशानिर्देश पर गांवों को कोरोना से बचने के लिए ग्राम प्रधान को जिम्मेदारी दी गयी। ग्राम प्रधानों ने पूरी जिम्मेदारी से अपने कर्तव्यों को निर्वहन किये कई ग्राम प्रधान भी कोरोना की चपेट आ गये। इसी कड़ी में डोभी विकास खण्ड अन्तर्गत तराव ग्रामसभा में भी कोरोना ने जब अपना पांव पसारना शुरू किया तो ग्राम प्रधान दिलीप जायसवाल भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए गांव को कोरोना मुक्त कराने में जुट थे। गांव वालों की मदद से प्रयास सफल भी रहा परन्तु नियति को कुछ और ही मंजूर था।
कुछ दिनों के बाद प्रधान दिलीप जायसवाल की कोरोना के चलते 12 मई 2021 को निधन हो गया। परिवार पर दुखों का पहाड़ छा गया। परिवार पर कुदरत के कहर के साथ गांवों में कराये गए पुराने कार्यकाल में विकास कार्यों का भुगतान न होने से बकायेदारों के भी दबाव से पीड़ित परिवार मानसिक तनावों से जूझ रहा है। ऐसे में पीड़ित परिवार डोभी ब्लाक का चक्कर काटने को मजबूर हैं जबकि पीड़ित अपनी लिखित शिकायत जब खण्ड विकास अधिकारी सीएल गुप्ता को दिए तो खण्ड विकास अधिकारी बिना देरी किये जांच के आदेश दिये।
जांच करने गए एडीओ पंचायत अजित कुमार व जेई मिथिलेश कुमार ने जांच के उपरांत कराये गए कार्यों को पूर्ण पाया गया जिसकी आख्या की कापी व जेई मिथिलेश कुमार द्वारा की गई एमबी की फाइल, प्रधानाध्यापक द्वारा कार्य की प्रमाणित कागजाद इत्यादि साक्ष्य के साथ पीड़ित महीनों से ब्लाक का चक्कर लगा रहा। जब भी पीड़ित परिवार अपनी शिकायत ग्राम विकास अधिकारी अमित सिंह व उच्चाधिकारियों से बताते हैं तो अधिकारी यह बताकर वापस कर देते हैं कि ग्राम पंचायत के खाते में पैसा ही नहीं है। अगर ग्राम पंचायत के खाते में पैसा नहीं है तो कैसे ग्राम विकास अधिकारी अमित सिंह द्वारा नए कार्यों का भुगतान किया जा रहा है?
क्या जान-बूझकर नाहक ही पीड़ित परिवार को परेशान किया जा रहा है। कहीं न कहीं ग्राम विकास अधिकारी के कार्यशैली पर सावलिया निशान खड़े कर रहे हैं। बहरहाल कब और कैसे लम्बित भुगतान का भुगतान किया जाएगा, यह तो जिम्मेदार ही तय करेंगे। वहीं ग्राम प्रधान रहे स्व. जायसवाल के दो बेटी, एक छोटा बेटा व पत्नी सहित परिवार मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं। थक-हार कर पीड़ित परिवार जनसुनवाई पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कर शासन से न्याय की गुहार लगाई।
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