Jaunpur News : टहलने निकले व्यवसायी की अपहरण के बाद हत्या, ऐसे दिया वारदात को अंजाम
गुनाह छिपाने के लिये जलाया शव, 3 बदमाश गिरफ्तार
सौरभ सिंह
सिकरारा, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के खपरहा बाजार से छह दिन पहले घर से कुछ दूरी पर टहलने निकले किराना व्यवसायी के अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपियों ने अपने गुनाह छिपाने के लिए उसके शव को जला दिया लेकिन इसकी खबर लगते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि खुद को घिरता देख बदमाशों ने गोली चला दी जो क्राइम ब्रांच के प्रभारी आदित्य त्यागी की जैकेट में लगी। इसके बाद पुलिस ने भी गोली चलाई जो एक बदमाश के पैर में लगी है जिसकी पहचान दीपक सिंह के रूप में हुई है।
वहीं इस मामले में मौके से आरोपी राज कुमार सिंह को भी गिरफ्तार किया है जबकि इसी मामले में पूर्व में एक और आरोपी अमन सिंह गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार खपरहां बाजार के व्यवसायी अखिलेश जायसवाल (40) बीते 30 दिसंबर की रात लगभग साढ़े 8 बजे रोज की तरह दुकान बंद कर अपने घर से टहलने निकले थे। दो घंटे तक इंतजार के बाद पत्नी अनामिका ने फोन लगाया तो बंद मिला। किसी अनहोनी की आशंका से घबराई वह आस-पास के लोगों को सूचना देते हुए 112 डायल पर सूचित किया था। पुलिस टीम आई और छानबीन कर चली गई थी। अगले दिन सुबह घर से कुछ दूरी पर सड़क किनारे गिरी हुई उसकी टोपी मिली थी। इसके बाद पत्नी ने परिजनों के साथ थाने पहुंचकर पति के साथ अनहोनी की आशंका जताते हुए तहरीर दी थी। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर छानबीन शुरू की थी लेकिन व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए शनिवार को अपहरण का मुकदमा कायम किया गया था। 6 दिन बाद भी मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर थे। इधर परिवार के लोग लगातार अनहोनी की आशंका से घबराए हुए थे। रविवार को पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने परिजनों से भेंट कर दिलासा दिलाया और परिजनों के सामने ही एसओ संतोष राय को फोन कर घटना के संबंध में ताकीत दी थी।
जमीन हड़पने की नियत से दिया वारदात को अंजाम
बीते 1 जनवरी को पुलिस ने इस मामले में सिकरारा थाना क्षेत्र के भुआकला समसपुर गांव निवासी बृजेश सिंह उर्फ मुन्ना पुत्र रामाधार सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जांच में पता चला कि समसपुर भुआ कला निवासी बृजेश सिंह व दीपक सिंह द्वारा अखिलेश जायसवाल को उनके घर से 100 मीटर खपरहा बाजार के पास से अपहरण किया गया। इसमें गांव के ही राजकुमार सिंह उर्फ झुन्ना पुत्र रामाधार सिंह, दीपक सिंह उर्फ टीटू पुत्र स्व. देवी प्रसाद सिंह और अमन सिंह उर्फ छोटू पुत्र स्व. शिव सिंह की मदद से मकान व जमीन हड़पने की नियत से एक साथ होकर अपराधिक षड्यंत्र के तहत अखिलेश को मारापीटा गया। इससे अखिलेश जायसवाल गंभीर रूप से घायल होने के बाद बेहोश हो गया जिसके बाद शव को अभियुक्त राजकुमार और अमन सिंह के सहयोग से हरीरामपुर घाट होते हुए नाव से खूंशापुर घाट पर ले गए। शव को खुंशापुर निवासी रिशू सिंह उर्फ मनोज सिंह और एक अज्ञात व्यक्ति के सहयोग से लकड़ी व पेट्रोल डालकर जला दिया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस टीम ने पूर्व में गिरफ्तार अमन सिंह की निशानदेही पर खुंशापुर घाट से जली हुई लकड़ियों, मृतक के शरीर के अवशेष और जला हुआ स्वेटर बरामद किया। बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई थी। इस दौरान बहदग्राम रीठी में सई नदी के पुल पर अभियुक्त दीपक सिंह उर्फ टीटू, राज कुमार सिंह को पुलिस टीम ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं रुके। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी जिसमें एक गोली से स्वाट टीम प्रभारी उप निरीक्षक आदेश त्यागी के बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी। जवाब में पुलिस ने गोली चलाई तो एक बदमाश के पैर में लगी। वह घायल होकर गिर गया और पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
थानाध्यक्ष संतोष राय के अनुसार पकड़े गये लोगों के पास से 2 तमंचा 315 बोर, 4 कारतूस 315 बोर, 1 खोखा कारतूस 315 बोर, 1 मिस फायर कारतूस, 1 मोटरसाइकिल, जली हुई लकड़ियां एवं मृतक के शरीर के जले हुए अवशेष (हड्डियां व बाल), जले स्वेटर के टुकड़े बरामद हुये हैं।
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