आशीष पचौरी
फिरोजाबाद। जिला कारागार में निरीक्षण के दौरान कुल 1481 बंदी पाये गये और पाकशाला के निरीक्षण दौरान पाया गया कि पाकशाला में उचित परिधान में बंदियों द्वारा सुबह का नाश्ता व भोजन तैयार किया जा रहा था, जिसमें नाश्ते में चाय दलिया खाने में चावल उड़द की दाल, लोकी आलू की सब्जी पाया गया। जेल परिसर में शिविर लगाकर बैरक टू बैरक निरीक्षण किया गया। जिसमें बंदियों से उनके प्रकरण एवं जमानत की स्थिति के संदर्भ में व्यक्तिगत वार्ता की गई इसके अलावा उन्हें निशुल्क अधिवक्ता के बारे में भी बताया गया।
ऐसे बंदियों की सूची भी तैयार की गई जिनकी जमानत तो हो गई है किंतु उनके पास जमानत ना होने के कारण वह जेल में हैं या न्यायालय में पेशी नहीं आ रही है। इसके अतिरिक्त ऐसे बंदियों की सूची तैयार कराई गई जिनको जमानत जिला अदालत से खारिज हो गई है और उच्च न्यायालय में प्रस्तुत नहीं की गई निरीक्षण दौरान पाया गया कि वर्तमान में जेल में बंदियों को हैण्डीक्राफ्ट व डेकोरेटिव कटर ग्लास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जेल प्रशासन द्वारा बैरकों में पंखे चलाना शुरू कर दिया है। निरीक्षण के दाैरान जेल अस्पताल में डाॅक्टर ऋषिराज, मुनेश मरीजों की जाँच करते हुए पाये गये।
उनके द्वारा बताया गया कि जेल अस्पताल में बंदियों हेतु सभी प्रकार की दवायें उपलब्ध हैं। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा महिला बैरक में महिला बंदियों से वार्ता की गई तथा उनके प्रकरणों की जानकारी ली गई। निरीक्षण दौरान उपस्थित बंदियों से निशुल्क विधिक सहायता हेतु अधिवक्ता के सम्बन्ध में जानकारी ली गई बंदियों द्वारा बताया गया कि सभी के पास उनके व्यक्तिगत अथवा सरकारी वकील मौजूद हैं।
बंदियों द्वारा खाने-पीने की कोर्ई समस्या होना नहीं बताया गया। सचिव ने लोक अदालत के बारे में बताते हुए कहा कि छोटे मुकदमों को जेल लोक अदालत के माध्यम से जुर्म इकबाल करते हुए खत्म किया जा सकता है। जिसका लाभ जेल में निरूद्ध बंदियों द्वारा उठाया भी जा रहा है एवं जेल लोक अदालत में पत्रावली लगवाये जाने हेतु बंदियों काे प्रेरित भी किया गया। इस मौके पर जिला कारागार फिरोजाबाद के प्रभारी जेल, नीरज कुमार, डिप्टी जेलर एके सिंह, डिप्टी जेलर ब्रिजेन्द्र गिरी व डिप्टी जेलर सुश्री क्षमा शर्मा उपस्थित रहे।
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