जौनपुर में बीवी-बहू-बेटियों को मैदान पर उतार जंग लड़ रहे दिग्गज | #TejasToday

जौनपुर में बीवी-बहू-बेटियों को मैदान पर उतार जंग लड़ रहे दिग्गज | #TejasToday

जौनपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष का पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित है, जिसके चलते कई दिग्गजों नेताओं ने अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है. किसी ने अपनी पत्नी तो किसी ने अपनी बहू को और किसी ने अपनी बेटी को ही चुनावी मैदान में उतार रखा है. ऐसे में जौनपुर का जिला पंचायत सदस्य का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है।

धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी की साख दांव परपरसनाथ यादव की बहू उर्वशी सिंह चुनावी मैदान में फिल्म अभिनेत्री दीक्षा सिंह सियासत में आजमा रही किस्मत पूर्वांचल के जौनपुर जिले में 15 अप्रैल को पंचायत चुनाव की वोटिंग होनी है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जिले में हो रहे जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में सदस्य का पद कम, जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अधिक मायने रख रही है. इस बार जौनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष का पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित है, जिसके चलते कई दिग्गजों नेताओं ने अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगा दी है. किसी ने अपनी पत्नी तो किसी ने अपनी बहू को और किसी ने अपनी बेटी को ही चुनावी मैदान में उतार रखा है. ऐसे में जौनपुर का जिला पंचायत सदस्य का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है.

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जौनपुर जिला पंचायत के कुल 83 सदस्य पदों के लिए 1272 उम्मीदवार मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. इनमें अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित होने के कारण दर्जन भर से अधिक जिला पंचायत सदस्य की सीटों पर दिग्गज राजनेताओं के घर की महिलाओं के उतरने से चुनावी मुकाबला रोचक हो गया है. इसमें कई पूर्व सांसदों और विधायक सहित तमाम दिग्गज नेताओं की घर की महिलाएं जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने के लिए पसीना बहा रही हैं.

पूर्व मंत्री दिवंगत सपा नेता पारसनाथ यादव के छोटे पुत्र वेद यादव की पत्नी लंदन रिटर्न उर्वशी सिंह यादव चुनावी रण में उतरी हैं. उर्वशी सिंह ने M-tech और IIM बेंगलुरु से एमबीए करने के बाद लंदन में 5 साल नौकरी की. पारसनाथ यादव की छोटी बहू बनकर पंचायत चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं. ट्रांसपोर्ट कारोबारी जितेंद्र सिंह की बेटी पूर्व मिस इंडिया 2015 की रनर अप व अभिनेत्री दीक्षा सिंह, पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी, प्रतापगढ़ से पूर्व सांसद हरिवंश सिंह की बहू नीलम सिंह और मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष रहे राजबहादुर यादव की पत्नी राजकुमारी यादव और पूर्व सांसद अर्जुन यादव की बहू अनीता यादव किस्मत आजमा रही हैं.

वहीं, शाहगंज नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष बीजेपी नेता ओम प्रकाश जायसवाल की पत्नी माधुरी जायसवाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कमला सिंह, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती यादव की बहू, राज्य सूचना आयुक्त सुबास चंद्र सिंह की बहू शालिनी सिंह, बीजेपी नेता प्रबुद्ध दुबे की पत्नी बिदू दुबे के सदस्य पद के लिए मैदान में उतरने से अध्यक्ष पद के लिए दिलचस्प मुकाबले के आसार नजर आने लगे हैं.

पूर्व सांसद बहुबली धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी मूल रूप से आंध्रप्रदेश की हैं. धनजंय सिंह जौनपुर में अपनी सियासी वजूद को बनाए रखने के लिए इस बार उन्होंने जिला पंचायत सदस्य के पद पर अपनी पत्नी को उतारा है ताकि जिले की प्रथम महिला का खिताब अपने नाम कर सकें. हालांकि, श्रीकला रेड्डी को खुद चुनावी मैदान में उतरकर वोट मांगने पड़ रहे हैं, क्योंकि उनके पति धनजंय सिंह, अजित सिंह हत्याकांड में नाम आने के चलते दिख नहीं रहे हैं.

वहीं, एक साल से जौनपुर में अपनी सियासी राह तलाशने में जुटे कारोबारी जितेंद्र सिंह ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी महिला हो जाने के चलते अपनी बेटी दीक्षा सिंह को बख्सा ब्लॉक की सीट से उतारा हैं. दीक्षा सिंह 2015 में पूर्व मिस इंडिया की रनर-अप हैं और कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं. हालांकि, अपने पिता की राजनीतिक ख्वाहिश के लिए चुनावी किस्मत आजमा रही हैं और गली-गली व गांव-गांव घूम घूमकर वोट मांग रही हैं.

मुंबई में रियल स्टेट के बड़े कारोबारी और प्रतापगढ़ सीट से सासंद रहे हरबंश सिंह अपने गृह जनपद जौनपुर में अपने सियासी वजूद को कायम करने के लिए अपनी बहू नीलम सिंह को बीजेपी के टिकट पर खुटहन सीट से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा रहे हैं. हालांकि, खुटहन ब्लाक सीट पर हरिबंश सिंह ने सपा के सियासी वर्चस्व को तोड़ते हुए ब्लाक प्रमुख सीट पर अपने बेटे रमेश सिंह को काबिज कराया था।
माना जाता है कि यूपी का सबसे महंगा ब्लॉक प्रमुख चुनाव हुआ था. ऐसे ही दूसरे दिग्गज नेताओं की साख भी दांव पर लगी हुई है।

उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की व्यवस्था लागू होने के बाद जौनपुर जिल की प्रथम नागरिक वाले इस प्रतिष्ठित पद पर पहली बार 1995 में बीजेपी की कमला सिंह का कब्जा था, लेकिन इसके बाद से कभी बसपा तो कभी सपा से जुड़े उम्मीदवार ही चुनाव जीतते रहे. बीजेपी 1995 के बाद दोबारा से वापसी नहीं कर सकी है. इस बार मोदी-योगी युग में केंद्र व प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी से जुड़े दावेदारों की उम्मीदें कुलाचे मार रही हैं, उन्हें लगता है कि इस बार सत्ता में होने के चलते उनकी लॉटरी लगनी तय है।

जौनपुर जिला पंचायद सदस्य पद के सभी 83 वार्डों से बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों में महिला प्रत्याशियों की अच्छी खासी तादाद है. इसके अलावा सपा, बसपा, कांग्रेस और अपना दल (एस) ने भी पार्टी समर्थित प्रत्याशियों को मैदान में उतारकर इस सदस्य पद के चुनाव में सीधा दखल दिया है. ऐसे में देखना होगा कि जिले में इस बार जिन दिग्गज नेताओं ने अपनी घर की महिलाओं को चुनावी रण में उतारा है, उनमें से किसी नैया पार लगती है और जिले की प्रथम महिला का खिताब कौन अपने नाम करता है?

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सर्वाधिक पढ़ा जानें वाला जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल वीडियो कान्फ्रेंसिंग से जेल बंदियों को दी गयी विधिक जानकारी | #TejasToday जौनपुर। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार एवं जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एमपी सिंह के संरक्षण व कुशल निर्देशन एवं अनुमति से जिला प्राधिकरण के तत्वावधान में बन्दियों को विधिक जानकारी प्रदान करने हेतु मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला कारागार का निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौम के पर सिविल जज सीडि/प्रभारी सचिव मो. फिरोज ने बन्दियों के अधिकार एवं विशेष रूप से महिला बन्दियों के लिए नालसा द्वारा चलायी जा रही योजना के बारे में बताया। साथ ही नालसा की योजना के अनुरूप जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा गरीब, असहाय एवं निर्बल वर्ग के अक्षम व्यक्तियों को प्रदान करायी जा रही निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में बताया। उन्होंने बन्दियों को बताया कि उपरोक्त प्रकार के बन्दी जेल अधीक्षक अथवा जेल लीगल एड क्लीनिक के माध्यम से जिला प्राधिकरण को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर सकते हैं। जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि विधिक सहायता हेतु किसी बन्दी का प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर अविलम्ब सूचित करना सुनिश्चित करें। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु कोविड-19 के नियमों के पालन हेतु जागरूक किया गया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक, अन्य सहकर्मी, जेल पीएलवी एवं पुरूष व महिला बन्दीगण उपस्थित रहे।

सर्वाधिक पढ़ा जानें वाला जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल केराकत के मनबढ़ दरोगा से निषाद बस्ती के लोग परेशान | #TejasToday केराकत, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र में बीती शाम कोतवाली के मनबढ़ दरोगा सुदर्शन यादव द्वारा निषाद बस्ती में जाकर गालियां देते हुए फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी गयी। उक्त गांव निवासी प्रभाकर निषाद ने आरोप लगाते हुए बताया कि हमारे सगे भाई गांव के कई लोगों से पैसा जमा कराकर देने से इंकार कर रहे हैं। बता रहे हैं कि कंपनी भाग गई है, इसलिये अब पैसा नहीं मिलेगा। इसके बाबत प्रार्थना पत्र देने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने से प्रभाकर ने अपने भाई का खेत जाने वाले रास्ते को अवरूद्ध कर दिया। इस पर भाई द्वारा कोतवाली में मेरी शिकायत की गयी जिस पर उक्त मनबढ़ दरोगा मेरी अनुपस्थिति में परिवार के सदस्यों को गाली देते हुये मुझे सहित परिवार के सभी लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दिये। उक्त दरोगा की इस हरकत से जहां पीड़ित और परेशान हो गया, वहीं गांव के अन्य लोग दरोगा से परेशान होकर जिला व पुलिस प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराये।

कोरोना संक्रमण के चलते 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य ठप्प | #TEJASTODAY मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय तहसील के अधिवक्ताओं ने बैठक कर कोरोना संक्रमण को मद्देनजर 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य ठप्प रखने का निर्णय लिया है। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को साधारण सभा की बैठक बुलाई गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये अधिवक्ता 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसील में वादकारियों व अधिवक्ताओं की बढ़ती भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है जिसके कारण संक्रमण का बराबर खतरा बना हुआ है। ऐसी स्थिति में एहतियात के तौर पर यह निर्णय अति आवश्यक है। बैठक में महामंत्री अजय सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र सिन्हा, अशोक श्रीवास्तव, सुरेन्द्र मणि शुक्ला, जगदंबा प्रसाद मिश्र, नागेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, विनय पाण्डेय, हरि नायक तिवारी, वीरेंद्र भाष्कर यादव, मनमोहन तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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