योगी सरकार में गरीबी की मार झेल रहा घनश्याम का परिवार
गरीब परिवार का जिम्मेदार आखिर कौन?
तेजस टूडे ब्यूरो
जयशंकर दुबे/जितेन्द्र प्रताप सिंह
दोस्तपुर, सुलतानपुर। सूबे की योगी सरकार ने गरीब पात्रों को प्रधानमंत्री आवास व शौचालय देने का काम बहुत तेजी गति से कर रही है लेकिन अभी भी बहुत से ऐसे लोग है जिनके पास अभी भी रहने के लिए पक्की छत यानि आवास नही है। अपने कच्चे घरों में रहने को मजबूर है। ऐसे ही एक मामला प्रकाश में आया है। जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के रवनिया (डमर का पुरवा) गांव निवासी घनश्याम दूबे का परिवार अभी भी गरीबी की मार झेलने को मजबूर है।
वहीं ठीक से रहने के लिए छप्पर भी उपलब्ध नहीं है। इस वर्ष बरसात चरम सीमा पार कर बरसात हुई। तमाम कच्चे मकान ढह गये। तूफान से सीमेंट वाली चादरें से लेकर छपरा तक सभी उड़ गये लेकिन घनश्याम दूवे पत्नी समेत अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ टूटी फूटी झोपड़पट्टी में किसी तरह भगवान भरोसे गुजर बसर कर रहे है। पूंछने पर घनश्याम ने बताया कि मैं गरीबी की मार से तंग आ गया हूँ। मेहनत मजदूरी कर किसी तरह परिवार के सदस्यों का भरण पोषण करता हूँ। गाँव में कई लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिल चुका है।
घनश्याम दूवे ने बताया कि सेक्रेटरी से जब मैं जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि आपका नाम आवासीय सूची में 48वें नम्बर पर है। अब वह नम्बर कब आएगा पता नहीं। सरकार की सख्त हिदायत के बावजूद भी अधिकारी,कर्मचारी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे। वे उन्हीं को जल्द सरकारी लाभ मुहैया कराते हैं जो उनको सुविधा शुल्क देने में चूक नहीं करते हैं।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।