भारतीय टेस्ट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज व उत्तर प्रदेश के सैनिक कल्याण, होमगार्ड, पीआरडी और नागरिक सुरक्षा मंत्री चेतन चौहान का निधन हो गया है। शुक्रवार को तबीयत खराब होने के बाद चेतन चौहान को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। चेतन चौहान किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। चेतना चौहान का कोरोना टेस्ट भी हुआ था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। हालांकि आज दिन में ही उनके रिश्तेदार मुकुल ने बताया था कि चेतन चौहान की तबीयत में सुधार है। बता दें, चेतन चौहान अमरोहा जिले की नौगांवा विधानसभा के विधायक चुने गए थे।
बता दें, चेतन चौहान पहले सांसद भी रह चुके थे। चेतन चौहान ने 1969 से 1981 तक भारतीय टीम के लिए 40 टेस्ट और 7 एक दिवसीय मैच खेले। उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच 25 दिसंबर 1969 में न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ खेला और 13 मार्च 1981 को अपना अंतिम टेस्ट मैच भी न्यूजीलैंड टीम के खिलाफ खेला था। चौहान ने 40 टेस्ट मैचों में 31.57 की औसत से 2084 रन बनाए थे और 2 विकेट भी हासिल करने के साथ 16 अर्ध शतक लगाए। उनकी 97 रनों की पारी उच्च स्कोर की पारी रही थी। सात एक दिवसीय मैच में 21.85 की औसत से 153 रन और 46 अधिकतम स्कोर रहा। चौहान ने अपना पहला एक दिवसीय मैच 1 अक्टूबर 1978 को पाकिस्तान टीम के खिलाफ खेला था।
चेतन चौहान ने इसी साल फरवरी में कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच अभी भी हालात ऐसे नहीं हैं कि क्रिकेट रिश्तों की बहाली हो जाए। ऐसे में द्विपक्षीय सीरीज नहीं होनी चाहिए। दरअसल चेतन चौहान से तब युवराज सिंह और शाहिद अफरीदी की इच्छा को लेकर सवाल किया गया था। चेतन चौहान ने कहा था कि पाकिस्तान में सुरक्षा के लिहाज से स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं है। वहां खेलना खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर बड़ी रिस्क लेने जैसा है। ऐसे में जब तक माकूल स्थिति ना हो जाए, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज करना ठीक नहीं हैं। पाकिस्तान में आतंकवाद चरम पर है और आतंकवादियों को क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं। जब तक पाकिस्तान में आतंकवादी मौजूद हैं भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट नहीं हो सकते।