दुगुने दाम पर किसान सरकारी डीएपी निजी दुकान से खरीदने को मजबूर
तेजस टूडे सं.
राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। सरकार किसानों के अनाज का दो गुना मूल्य दिलाने की बात कर रही है तो ऐसे में बुआई का कार्य अपने उत्कर्ष पर चल रहा है। कौन कहे इन्हें कुछ लाभ मिलने को तो किसान दुगुने मुल्य पर डीएपी और खाद ख़रीदने को मजबूर हैं। यहाँ कुल 5 साधन सहकारी समितियां हैं लेकिन स्थिति यह है कि किसान निजी दुकानों से खाद ख़रीदने को मजबूर हैं, क्योंकि इन्हें वहां जाने पर ख़ाली हाथ वापस लौटना पड़ता है। पूछने पर यह बताया गया कि दीपावली के पूर्व दो—दो सौ बोरी कुछ समितियों को दिया गया था लेकिन उसके बाद अभी तक खाद नहीं आई है। ग़ौरतलब है कि यह माह बुआई के लिए अति महत्त्वपूर्ण है। बावजूद इसके ज़िम्मेदार चुप हैं। परिणामस्वरूप महँगे दाम पर लेना इनकी मजबूरी है। इस संवन्ध में किसान, डांडसौली निवासी किशन गौतम, बबलू कुमार लखमापुर, बबलू रानीमउ, धर्मेंद्र पाराकमाल, मो तलक़ीन आदि ने बताया कि हम लोग समितियों का चक्कर काटकर अब निजी दुकानों से सरकारी डीएपी खाद ख़रीदे हैं और बुआई किए हैं।
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