दबिश के बाद खाली हाथ लौटा आबकारी विभाग, जानिए क्यों?
अनिल कश्यप
हापुड़। आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक हापुड़ के निर्देशन तथा जिला आबकारी अधिकारी के पर्यवेक्षण में अवैध मदिरा के विरुद्ध चलाए अभियान चलाया जा रहा है जिसमें हापुड़ क्षेत्र में अवैध रूप से बिकने वाली मदिरा की रोकथाम के लिए आबकारी विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है। बता दें कि इसी अभियान के अंतर्गत आशुतोष दुबे आबकारी निरीक्षक क्षेत्र 3 हापुड़ द्वारा 8 नवम्बर को सदरपुर स्याना चौपला के संदिग्ध स्थलों पर टीम द्वारा चेकिंग व दबिश दी गयी लेकिन इस दौरान उन्हें वहां से कोई अवैध मदिरा नही मिली।
वही इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी महेन्द्र नाथ सिंह ने बताया कि अवैध मदिरा की रोकथाम व कार्तिक मेले को दृष्टिगत रखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस टीम के साथ भ्रमण किया जा रहा है जिसमें ग्रामीणों को अवैध मदिरा से होने वाले दुष्परिणामों के विषय में भी समझाया जा रहा है। वहीं इस दौरान संदिग्ध जगह पर विभाग द्वारा चेकिंग व दबिश भी दी जा रही है। इसी क्रम में 8 नवंबर को सदरपुर स्याना चौपला में भी चेकिंग अभियान चलाकर दबिश दी गई। हालांकि इस दौरान वहां से भी आबकारी विभाग को खाली हाथ लौटना पड़ा जिससे कहीं न कहीं यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र में अवैध मदिरा की बिक्री में काफी अधिक कमी आई है। साथ ही आबकारी विभाग ने दुकानों पर औचक निरीक्षण करते हुए अनुज्ञापियों एवं सेल्समैन को कार्तिक पूर्णिमा मेले में जिला प्रशासन की मंशानुरूप विक्री एवं नियमानुसार दुकान संचालन तथा ग्राहक संवेदी व्यवहार रखने के निर्देश दिए गए। आबकारी विभाग का कहना है कि जिले में अवैध मदिरा के निर्माण, परिवहन एवं विक्री की रोकथाम और वैध मदिरा की बिक्री में वृद्धि हेतु प्रयास जारी है।
क्यों लौट रहे खाली हाथ?
जिला आबकारी अधिकारी महेन्द्र नाथ सिंह ने बताया कि गंगा स्नान मेले को दृष्टिगत रखते हुए गढ़ क्षेत्र में विशेष चेकिंग अभियान चलाया हुआ है जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों को अवैध मदिरा के दुष्परिणामों से अवगत कराया जा रहा है और संदिग्ध जगहों पर चेकिंग व दबिश दी जा रही है, ताकि अवैध मदिरा पर पूर्ण रूप से विराम लगाया जा सके।
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