जौनपुर। जिले के थाना खेतासराय क्षेत्र अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोंधी पर 19 अगस्त की आधी रात में उस समय हंगामा मच गया जब अतुल यादव 16 वर्ष पुत्र हीरालाल यादव निवासी वार्ड नंबर 6 सोंधी की शाम लगभग 7:30 बजे एकाएक खांसी आने से मुंह से खून गिरना शुरू हो गया। आनन-फानन में परिजन नजदीक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर पहुंचे जहां पर कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था परिजन आधे घंटे तक डॉक्टरों की खोजबीन करते रहे। डॉ न होने की दशा में जौनपुर सदर अस्पताल जाते समय ही मरीज़ नें रास्ते में दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य केंद्र पर डॉ का न रहना कोई नई बात नहीं है। इसके पहले भी ऐसी घटनाएँ होती रही हैं।
स्थानीय मीडिया के मिलीभगत से स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश चन्द्रा हमेशा फरार रहते हैं। लोगों का कहना है कि डॉ. का किसी दलित नेता से संपर्क होने के कारण जनपद के तेज तर्रार जिलाधिकारी दिनेश सिंह के भी पसीने छूट जाते हैं जिसके कारण डॉ के सारे अनैतिक कार्यों को चिकित्सा विभाग नज़रअंदाज कर देता है।
मरीज के परिजन जब सदर अस्पताल से वापस आने के बाद लाश को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रखकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया। सूचना पर पहुँचे थानाध्यक्ष खेतासराय राजेश यादव ने मौके पर मौजूद लोगों को समझा-बुझाकर घर भेजा भेज दिया।
सूत्रों का कहना है जब तक डॉ. चन्द्रा के पास स्वास्थ केंद्र का चार्ज रहेगा तब तक स्वास्थ्य केंद्र में बाहर की दवाओं का बेचना एवं अन्य अनिमित्ताएँ कदापि बंद नहीं होंगी।