डीएम ने राजा तालाब तहसील पर समाधान दिवस में सुनीं लोगों की फरियाद
जितेन्द्र सिंह चौधरी/अश्विनी सिंह चौहान
रोहनिया, वाराणसी। राजा तालाब तहसील पर आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी एस राज लिंगम, डीसीपी गोमती जोन मनीष शांडिल्य, एडीसीपी वरुणा जोन टी सरवरन, उपजिलाधिकारी अमित कुमार, एसीपी अजय श्रीवास्तव, तहसीलदार संत विजय सिंह ने आए लोगों की फरियाद सुनी। इस दौरान कलावती देवी निवासिनी करधना ने शिकायती पत्र देकर कहा कि बिना पैमाइश किए विपक्षियों के साथ राजस्व विभाग ने मिलकर उनका मकान गिरा दिया। कलावती देवी का कहना था कि 40 वर्षों से नाद, चरनी, मड़ई बना करके चली आ रही है। 6 जुलाई को शाम में बिना किसी आदेश के हीरावती देवी ने फर्जी आवंटन करा उनका समान फेंक कर राजस्व विभाग की मदद से पूरी मड़ई व मकान गिरवा दिया। उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र देकर जांच कराने की मांग किया है।
वहीं सूबेदार सिंह निवासी भतसार ने कहा कि न्यायालय ने मेड़बंदी कराए जाने के संबंध में आदेश दिया है। फाट—बांट बनने के बाद भी उपजिलाधिकारी राजा तालाब के आदेश का पालन नहीं हो रहा है। पूर्व में जितनी बार मेड़ बंदी कराई गई। उसे लोग उखाड़कर फेंक देते हैं। उन्होंने पत्थर उखाड़कर फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। बताया कि यह मामला 4 साल से ऐसा ही हो रहा है। इन्होंने पुलिस बल की मौजूदगी में मेड़बंदी कराए जाने की मांग की है।
मिर्जामुराद क्षेत्र के गनेशपुर ग्राम प्रधान संजू देवी ने गांव के ही कुछ लोगों द्वारा चकरोड पर हो रहे खड़ंजा कार्य को रोकने की शिकायत की। अमीनी निवासी मुसई गुप्ता अपनी जमीन की पैमाइश करने को लेकर लगभग 2 साल से 8वीं बार समाधान दिवस पर आए जिसे जिलाधिकारी के संज्ञान में होने पर उपजिलाधिकारी को जांच के लिए सौपा। गौरा निवासी मिट्ठन राम ने विगत दो साल से वृद्धा पेंशन न मिलने की शिकायत की। इसके अलावा फरियादियों ने चकरोड, खड़ंजा, नाली सहित सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा, आवास, पेंशन इत्यादि समस्याओं को सुनकर और उसके निस्तारण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द निस्तारण करने का निर्देश दिया।
समाधान दिवस के दौरान छतेरी मानपुर के मुर्तजा अंसारी ने शिकायती पत्र देकर कहा कि छतेरी बाजार से आरसीसी रोड जो गांव में आई है, उस पर पूर्व प्रधान पति वीरेंद्र ने 5 फीट बारजा लटका दिया है तथा उसकी नाली के ऊपर सीढ़ी बनाकर कब्जा कर लिया है जिससे रास्ते पर आने जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है। अतिक्रमण को हटाने की मांग ग्रामीणों ने की है। मेक ए प्रद्युम्न ने आरोप लगाया कि लेखपाल द्वारा हिंदू वर्ग के लोगों के ऊपर शांति भंग की कार्रवाई कर दी गई जब एक की एक वर्ग विशेषके लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। उन्होंने जिलाधिकारी से संबंधित लेखपाल पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 174 शिकायत पत्र मिले जिसमें सिर्फ 3 शिकायत पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया।