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अमिताभ बच्चन की तरह बनना चाहती ​थी दिव्या दत्ता | #TEJASTODAY

जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल

अमिताभ बच्चन की तरह बनना चाहती ​थी दिव्या दत्ता | #TEJASTODAY

जौनपुर का नं. 1 न्यूज पोर्टल अमिताभ बच्चन की तरह बनना चाहती ​थी दिव्या दत्ता | #TEJASTODAY अभिनेत्री दिव्या दत्ता बचपन में अमिताभ बच्चन की तरह बनना चाहती थीं। आईएएनएस से बात करते हुए दिव्या ने याद किया, मुझे याद है कि मैं 'खइके पान बनारस वाला समेत अमिताभ बच्चन के कई गानों पर डांस करती थी। मेरी मां एक डॉक्टर थीं। जब भी उनके दोस्त घर आते थे, मैं उनके पास जाकर कहती थी कि मैं आपको डांस दिखाना चाहती हूं। आंटियां ताली बजाती थीं, खुश होती थीं और मुझे गुलाब जामुन देती थीं। मैं गेटअप भी बच्चन साहब की तरह रखती थी। उन्होंने आगे कहा, मैं बच्चन साहब की तरह बनना चाहती थी। क्लास में भी मैं सबसे ज्यादा लोकप्रिय थी। मां के डॉक्टर होने के कारण बचपन में शिक्षा हमारे लिए सबसे ज्यादा अहम थी। मैंने खुशी-खुशी डांस और पढ़ाई दोनों मैनेज की। मैंने रेड क्रॉस के लिए जापान में अभिनय और नृत्य में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। मैं एक महीने के लिए वहां गई थी। दिव्या याद करती हैं कि बड़े होने के साथ उन पर सिनेमा का असर बढ़ता गया। वह कहती हैं, मैं फिल्मों की शौकीन थी। एक बार मुझे एक टैलेंट हंट शो में चुन लिया गया। मैं मुंबई गई, मेरी मां ने मुझसे कहा कि यदि तुम असफल भी हो जाओ तो भी मैं तुम्हारे साथ हूं। मुझे लगता है कि हर लड़की को उड़ान भरने के लिए ऐसे ही आश्वासन की जरूरत होती है। दिव्या ने 2017 की आई फिल्म 'इरादा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।

अभिनेत्री दिव्या दत्ता बचपन में अमिताभ बच्चन की तरह बनना चाहती थीं। आईएएनएस से बात करते हुए दिव्या ने याद किया, मुझे याद है कि मैं ‘खइके पान बनारस वाला समेत अमिताभ बच्चन के कई गानों पर डांस करती थी। मेरी मां एक डॉक्टर थीं। जब भी उनके दोस्त घर आते थे, मैं उनके पास जाकर कहती थी कि मैं आपको डांस दिखाना चाहती हूं। आंटियां ताली बजाती थीं, खुश होती थीं और मुझे गुलाब जामुन देती थीं। मैं गेटअप भी बच्चन साहब की तरह रखती थी।
उन्होंने आगे कहा, मैं बच्चन साहब की तरह बनना चाहती थी। क्लास में भी मैं सबसे ज्यादा लोकप्रिय थी। मां के डॉक्टर होने के कारण बचपन में शिक्षा हमारे लिए सबसे ज्यादा अहम थी। मैंने खुशी-खुशी डांस और पढ़ाई दोनों मैनेज की। मैंने रेड क्रॉस के लिए जापान में अभिनय और नृत्य में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। मैं एक महीने के लिए वहां गई थी।

दिव्या याद करती हैं कि बड़े होने के साथ उन पर सिनेमा का असर बढ़ता गया। वह कहती हैं, मैं फिल्मों की शौकीन थी। एक बार मुझे एक टैलेंट हंट शो में चुन लिया गया। मैं मुंबई गई, मेरी मां ने मुझसे कहा कि यदि तुम असफल भी हो जाओ तो भी मैं तुम्हारे साथ हूं। मुझे लगता है कि हर लड़की को उड़ान भरने के लिए ऐसे ही आश्वासन की जरूरत होती है। दिव्या ने 2017 की आई फिल्म ‘इरादा के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।

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Tejas

Warm greetings and wishes of Sharadiya Navratri from Mangalam Jewelers to all of you: Near Collective Tiraha, Kachhari Road (Opposite Modern Sweets), Jaunpur | Contact: 9984909002 | #TEJASTODAY

कोरोना संक्रमण के चलते 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य ठप्प | #TEJASTODAY मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय तहसील के अधिवक्ताओं ने बैठक कर कोरोना संक्रमण को मद्देनजर 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य ठप्प रखने का निर्णय लिया है। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव की अध्यक्षता में शुक्रवार को साधारण सभा की बैठक बुलाई गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुये अधिवक्ता 19 सितम्बर तक न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने कहा कि तहसील में वादकारियों व अधिवक्ताओं की बढ़ती भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा है जिसके कारण संक्रमण का बराबर खतरा बना हुआ है। ऐसी स्थिति में एहतियात के तौर पर यह निर्णय अति आवश्यक है। बैठक में महामंत्री अजय सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता दिनेश चंद्र सिन्हा, अशोक श्रीवास्तव, सुरेन्द्र मणि शुक्ला, जगदंबा प्रसाद मिश्र, नागेन्द्र प्रसाद श्रीवास्तव, विनय पाण्डेय, हरि नायक तिवारी, वीरेंद्र भाष्कर यादव, मनमोहन तिवारी आदि उपस्थित रहे।

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