मार्ग दुर्घटना में घायल बहू की उपचार के दौरान हुई मौत
सास की घटनास्थल पर ही हुई थी मौत
तेजस टूडे ब्यूरो
प्रमोद गोस्वामी
संत कबीर नगर। धनघटा थाना क्षेत्र के टांडा ग्राम पंचायत के मिश्रौलिया गांव निवासी सास दो बहुए मार्ग दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गई थी जिसमें सास की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी और दो बहुएं गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में उपचार करवा रही थी। बताया गया कि रविवार की रात उपचार के दौरान पी जी आई मे एक बहू की भी मौत हो गई जबकि एक का उपचार जारी है। मिश्रौलिया निवासी उषा पत्नी लाल मोहर 50 वर्ष अपने बहू मीना वह माधुरी के साथ सुबह शौच के लिए निकली थी। अभी वह सड़क को पार ही कर रही थी। इसी दौरान तेज गति से आ रही स्कार्पियो ने तीनों को रौद दिया जिसमें उषा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि मीना व माधुरी गंभीर रूप से घायल हो गई। घायलावस्था में तीनों को सीएचसी मलौली पहुंचाया गया जहां उषा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया जबकि मीना और माधुरी को जिला अस्पताल के लिए भेज दिया। मीना पत्नी मुकेश का उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में मौत हो गई। एक ही परिवार की दो मौत होने से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना की खबर सुनकर धनघटा के विधायक गणेश चंद चौहान पीड़ित परिवार से मिल और हरसंभव मदद दिलाने का भरोसा दिया और काफी देर रात तक पीड़ित के घर बैठे रहे।
——इनसेट——
शौचालय के अभाव में हुई घटना
गांव में एक भी नहीं बना सार्वजनिक शौचालय
मृतका के घर पर भी शौचालय का अभाव
तेजस टूडे ब्यूरो
प्रमोद गोस्वामी
संत कबीर नगर। तहसील धनघटा क्षेत्र में सरकार जहां घर-घर शौचालय बनवाकर स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांव में सफाई की व्यवस्था करने का इंतजाम कर रही है, वहीं जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण दो की जान मार्ग दुर्घटना में चली गयी। अगर शौचालय बना होता तो शायद घटना ने घटती। धनघटा थाना क्षेत्र के मिश्रौलिया में उषा देवी अपने बहू मीना व माधुरी के साथ शनिवार को भोर में नित्य क्रिया के लिए निकली थी। शौचालय घर पर न होने के कारण व सार्वजनिक शौचालय का अभाव होने के कारण इन्हें मजबूरी में सड़क के किनारे जाना पड़ता था। उसी क्रम में वह निकली लेकिन उन्हें क्या पता था कि सड़क पर कॉल बैठा हुआ। मिश्रौलिया चौराहे को पार कर रही थी। स्कार्पियो ने उन्हें रौद दिया जिससे घटनास्थल पर ही उषा देवी की मौत हो गई तो वही बहू मीना ने पीजीआई लखनऊ में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस दो घटनाओं से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सार्वजनिक शौचालय होता तो इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता है। इस संबंध में पूछने पर प्रधान नकुल यादव ने बताया कि परिवार लंबा होने के कारण समस्या आई है। उसके परिवार में एक शौचालय बना था मृतका के नाम से शौचालय नहीं था। बीडीओ ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि सार्वजनिक शौचालय क्यों नहीं बनवाया गया, इसकी जानकारी नहीं है। फिलहाल पता करके सार्वजनिक शौचालय और मृतका के घर शौचालय बनवाने की व्यवस्था की जाएगी। घटना की सूचना पर कानून व्यवस्था को कायम करने के लिए भाड़ी पुलिस बल तैनात है।
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