सीडीएस बिपिन रावत प्लेन क्रैश का हुआ खुलासा, जानिए साजिश है या लापरवाही
नई दिल्ली, पीएमाए। विमान दुर्घटना में हुई सीडीएस जनरल रावत की मौत को लेकर आइएएफ द्वारा गठित दुर्घटना पर ट्राई-सर्विसेज ने रिपोर्ट पेश की है। ट्राई-सर्विसेज कोर्ट आफ इन्क्वायरी ने अपने प्रारंभिक निष्कर्षों में फ्लाइट डेटा रिकार्डर और काकपिट वायस रिकार्डर का विश्लेषण किया। इसमें कहा गया है कि हादसे की वजह लापरवाही रही है। साथ ही कहा कि दुर्घटना मौसम में अप्रत्याशित परिवर्तन के कारण हुई थी। जिसके कारण पायलट का भटकाव हुआ। अपने निष्कर्षों के आधार पर कोर्ट आफ इंक्वायरी ने कुछ सिफारिशें की हैं जिनकी समीक्षा की जा रही है।
दुर्घटना की वजह घने जंगल, पहाड़ी इलाका और लो-विजिबिलिटी माना जा रहा है। लो-विजिबिलिटी के चलते हेलिकाप्टर को कम ऊंचाई पर उड़ान भरनी पड़ी। वहीं, लैंडिंग पाइंट से वो कुछ ही दूरी पर था। इस कारण से भी वो निचाई पर उड़ रहा था। इस वजह से क्रैश लैंडिंग हुई। हेलिकाप्टर के पायलट ग्रुप कैप्टन रैंक के अधिकारी थे, इसलिए मानवीय गलती की आशंका नहीं थी। हेलिकाप्टर में दो इंजन थे। इसलिए इंजन फेल होने की वजह से भी हादसा नहीं हो सकता था।
जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकार्ड किए हैं। साथ ही उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की है जो इस दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शी थे। उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था। दुर्घटना हुए हेलीकाप्टर का एफडीआर यानि फ्लाईट डेटा रिकार्डर यानि ब्लैक-बाक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था। उसका डाटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है।
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