युवक की अपहरण के बाद हत्या मामले का पुलिस ने किया खुलासा
गुड्डन जायसवाल
फतेहपुर। धाता थाना क्षेत्र के छेदी का डेरा गाँव से युवक के अपहरण के बाद हत्या मामले में पुलिस ने एक महिला समेत तीन चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है जिनकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने वारदात में प्रयुक्त डम्फर व आलाकत्ल गमछा भी बरामद किया है। छेदी का डेरा मजरे कारीकान धाता ने बीती 22 तारीख को स्थानीय थाने में तहरीर देकर अपने लापता पुत्र विजय सोनकर की गुमशुदगी दर्ज कराई थी जो घटना के दो दिन पूर्व धाता कस्बे मेला देखने जाते समय बीच रास्ते से गायब हो गया था। पुलिस लापता युवक की तलाश में जुटी थी।
इसी दौरान पुलिस को जरिये स्वजन जानकारी मिली कि युवक राम विलास उर्फ विलोम पुत्र अवधेश, रिंकू सोनकर पुत्र अवधेश, किरन पत्नी राम विलास निवासीगण सोनारी धाता के साथ मेला देखने गया था। पुलिस ने जब शक की बिना पर उपरोक्त चारों लोगों से शक की बिना पर पूछताछ शुरू की। तो उपरोक्त चारों लोगों जिनमें राम विलास उर्फ विलोम, रिंकू सोनकर, किरन पत्नी राम विलास ने अपने एक अन्य साथी गोलू पुत्र छेदान के साथ युवक की गला घोंटकर हत्या कर मृतक के शव को एक डम्फर में रख कर रात के अंधेरे में प्रयागराज कटका पुल के ऊपर से टोंस नदी में फेंकने की बात स्वीकारी।
हलांकि हत्या रोपियों ने हत्या का सही कारण अभी तक स्प्ष्ट नहीं किया है। पुलिस ने महिला समेत सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी निशानदेही में पुलिस ने आला कत्ल एक अंगौछा व हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने में प्रयोग किये गये डम्फर को भी बरामद कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार किये गये सभी अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का मुकद्दमा दर्ज कर जेल भेज दिया। आरोपितों द्वारा लापता युवक की हत्या कर नदी में शव फेंके जाने की खबर जैसे ही स्वजनों को लगी। उन्होंने तीन सैकड़ा ग्रामीणों के साथ थाने का घेराव करते हुए थाने के सामने सड़क जाम कर दिया जो स्थानीय पुलिस पर बेपरवाही का आरोप लगाते हुए म्रतक के शव बरामदगी की मांग करते हुए हंगामा करने लगे।
थाना प्रभारी संजय तिवारी ने समझाने बुझाने का काफी प्रयास किया लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे जिनको हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुँचे सीओ गया दत्त मिश्रा व एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी ने शव बरामदगी के प्रयास करने का आश्वासन देते हुए समझा-बुझाकर शांत करवा दिया। अभियुक्तों की गिरफ्तारी व घटना के खुलासे में थाना प्रभारी संजय तिवारी, उपनिरीक्षक जितेंद्र सिंह व उनके हमराही शामिल रहे।