एक वर्ष पूर्व जमीन में दफनाये गये शव को निकलवाकर भेजा गया पोस्टमार्टम हाउस
मासूम पुत्र की मौत के बाद पीड़ित परिवार ने आरोपियों के खिलाफ कराया था हत्या का मामला दर्ज
जयेश बादल
ललितपुर। करीब एक वर्ष पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में कुएं से बरामद किए गए मासूम के शव को दफनाने के बाद न्यायालय के आदेश पर दर्ज कराये गये मामले की जांच के लिए पुलिस और प्रशासनिक अमला ने दफन किए गए शव को बाहर निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। जिसकी जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हत्या या पानी में डूब कर मौत की पुष्टि हो सकेगी। जानकारी के अनुसार करीब एक वर्ष पूर्व पारिवारिक विवाद के बाद मासूम का शव कुएं के पानी में तैरता हुआ बरामद किया गया था।
जिसके बाद से लेकर अब तक मृतक मासूम का पिता अपने ही परिजनों पर उसकी हत्या कर शव कुएं में फेंकने का आरोप लगा रहा था, जिसके संबंध में उसने कई बार पुलिस को शिकायती पत्र दिए, लेकिन जब पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया तो उसने न्यायालय का सहारा लिया और न्यायालय के आदेश पर पक्षियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम रोड़ा निवासी राजकुमार और उसकी पत्नी डोली का करीब एक बर्ष पूर्व 3 दिसम्बर 2021 को आपसी विवाद उसके ही परिवार के खुशीलाल पुत्र नत्थू के साथ उसके पुत्र खुशीलाल, पुत्रवधू तुलसा तथा खुशी लाल की पत्नी श्रीमती मीरा आदि से हो गया था। विवाद का कारण उसके परदादा कि रिटायरमेंट के बाद मिले पैसों को लेकर था। पैसों के बंटवारे को लेकर उक्त सभी लोगों के बीच जमकर विवाद हुआ था।
जिसके बाद पीड़ित दंपत्ति अपने काम से चला गया और उसके घर में उसके बच्चे अकेले थे, जिसके बाद जब वह अपने घर लौट कर आया तब उसका 5 साल का पुत्र भानु कहीं दिखाई नहीं दिया। उसने जब अपनी भाभी तुलसा से इसके बारे में पूछताछ की तो उसने भी उसका पता बताने से इनकार कर दिया। उसे जब अपनी भाभी की बातों पर शक हुआ तो गांव के लोगों की मदद से जब कुएं में अपने पुत्र को ढूंढा, तो मृत अवस्था में उसका पुत्र कुएं में पाया गया। जिसके बाद वह अपने पुत्र को कुएं से निकलवा कर जिला चिकित्सालय लाया जहां उसके पुत्र को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। जिसके बाद से लेकर वह लगातार पुलिस अधिकारियों को उक्त घटना के संबंध में शिकायती पत्र दे रहा था। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उसकी एक नहीं मानी और आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीकृत नहीं किया गया, जिसके बाद उसने न्यायालय के आदेश पर 25 मई 2022 को उक्त सभी आरोपियों के खिलाफ 302, 201, 504, 506 धाराओं में मामला पंजीकृत करवाया था।
जिसके बाद उक्त मामले की जांच के लिए मासूम के शव की आवश्यकता पड़ी, तो प्रशासनिक अधिकारियों की अनुमति से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में उसकी कब्र खोदकर शव को बाहर निकलवाया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी।
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