बांदा कृषि विश्वविद्यालय में मनाया गया 15वां स्थापना दिवस
तेजस टूडे ब्यूरो
रूपा गोयल
बांदा। उत्तर प्रदेश राज्य के चौथे कृषि विश्वविद्यालय का 15वां स्थापना दिवस विश्वविद्यलय परिवार एवं गणमान्य अतिथियों ने हर्षोल्लास के साथ मनाया। मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री से सम्मानित प्रो. (डा.) राम चेत चौधरी, भारत में प्राकृतिक एवं जैविक खेती के प्रथम पंक्ति के प्रचारक एवं अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसन्धान संस्थान फिलिपिन्स, मनीला के पूर्व वैश्विक संयोजक ने प्रातः विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एसवीएस राजू एवं शोध निदेशालय के वैज्ञानिकों के साथ प्रक्षेत्र भ्रमण करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे शोध कार्यों को प्रक्षेत्र पर अवलोकन किया। प्रक्षेत्र पर उपस्थित वैज्ञानिकों एवं छात्रों को बदलती हुई जलवायु परिस्थिति के अनुकूल उच्च उत्पादकता एवं पोषण से भरपूर दलहन, तिलहन एवं मोटे अनाजों की प्रजातियों के विकास पर कार्य करने की सलाह दी। प्राकृतिक खेती एवं संरक्षित खेती हेतु विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रो० चौधरी ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
स्थापना दिवस कार्यक्रम का शुभारम्भ उद्यान महाविद्यालय के प्रांगण में विश्वविद्यालय द्वारा लगाई गई तकनीकी प्रदर्शनी के उद्घाटन से किया गया। स्नातक उद्यान के छात्रों द्वारा सोलर चालित सिंचाई प्रणालियों एवं एकीकृत कृषि के माडल को सराहा गया। वहीं विश्वविद्यालय के सभी घटकों यथा उद्यान, कृषि, वानिकी, सामुदायिक विज्ञानं महाविद्यालय, कृषि विज्ञानं केंद्र बाँदा एवं विश्वविद्यालय के स्नातक छात्रों द्वारा प्रायोगिक पाठ्यक्रम (ईएलपी) के अंतर्गत छत्रों द्वारा उत्पादित वस्तुओं का भी प्रदर्शन किया गया। महाविद्यालय के बहुउद्देशीय सभागार में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो० रामचेत चौधरी, विश्वविद्यालय प्रबंधन परिषद् के सदस्य राजेश सिंह सेंगर एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० एस०वी०एस० राजू, कुलसचिव, निदेशक प्रसार आदि ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों के समक्ष प्रो0 एस0के0 सिंह कुलसचिव ने विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल द्वारा प्रेषित स्थापना दिवस शुभकामना संदेश का वाचन किया। राज्यपाल द्वारा विश्वविद्यालय के निरन्तर शैक्षणिक, शोध, प्रसार एवं समाजिक दायित्व निर्वहन हेतु प्रयास करने का संदेश देते हुये विश्वविद्यालय के चहुमुखी विकास की सुभकामनायें प्रेषित की है। विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, शोध एवं प्रसार गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर जानकारी देते हुए कहा की विश्वविद्यालय के छात्र-छात्रों ने विगत एक वर्ष में राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां प्राप्त की हैं। वहीं शोध के क्षेत्र में प्रजतियों का विकास तथा उन्नत बीज उत्पादन का कार्यक्रम बृहद स्तर पर किया जा रहा है।
स्थापना दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पदमश्री प्रो० रामचेत चौधरी ने बुंदेलखंड के सांस्कृतिक वैभव एवं गौरवशाली इतिहास का उदहारण देते हुए सभी से मिलकर इस क्षेत्र को आगे ले जाने के लिए प्रयास करने पर जोर दिया। प्रो० चौधरी ने वर्तमान परिदृश्य में विश्वविद्यालय के नाम को बुंदेलखंड कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बाँदा किये जाने के लिए प्रयास करने की बात कही। वहीं बुंदेलखंड की विशिष्ट पहचान बुन्देलखंडी अरहर की दाल, बकरी, जलौनी भेंड एवं केंकथा गौवंश के संरक्षण, संवर्धन एवं उन्नतीकरण हेतु शोध कार्य किये जाने तथा अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में इन उत्पादों को पहचान दिलाने हेतु इनकी जी आई टैगिंग कराये जाने की बात कही, केन और बेतवा के मिटटी में अध्धयन कर प्रजनक वैज्ञानिकों द्वारा महाचिन्नार धान की प्राकृतिक, जैविक एवं वैज्ञानिक खेती का बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है तथा विश्वविद्यालय कृषक उत्पादक संगठनों के सहयोग से इन सभी उत्पादों की सोकेशिंग एवं मार्केटिंग का समर्थन करें।
प्रो० चौधरी ने विश्वविद्यालय द्वारा शुष्क क्षेत्र बागवानी के भविष्य को उज्जवल बताते हुए बुंदेलखंड क्षेत्र में नींबू वर्गीय फलों, कमलम महुआ, अंजीर, आंवला आदि के उन्नति प्रजातियों के बाग केन्द्रों को कार्य करने का आह्वान किया। स्थापना दिवस कार्यक्रम पर विगत वर्ष में राज्य स्तर पर सराहनीय कृषि प्रसार कार्य करने हेतु कृषि विज्ञानं केंद्र कुरारा, हमीरपुर एवं उद्यान वैज्ञानिक डा0 प्रशांत कुमार को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का आभार डा. अजय कुमार छात्र कल्याण अधिष्ठाता ने किया। कार्यक्रम का संचालन डा० धीरज मिश्रा ने किया। स्थापना दिवस कार्यक्रम का समन्वयन निदेशक पीएम ईसी डा. एके श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त निदेशक, वित नियंत्रक, अधिष्ठाता, प्राध्यापक, तकनीकी कर्मचारी, छात्र—छात्राएं सहित तमाम अतिथि उपस्थित रहे।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचारहमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।